जम्मू। जम्मू एवं कश्मीर के जम्मू शहर में स्थित सुंजवान सैन्य शिविर पर हुए हमले का खामियाजा पाकिस्तान को भुगतना पड़ेगा। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जम्मू शहर के पास स्थित सुंजवान सैन्य शिविर पर पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने हमला किया, जिसकी कीमत पाकिस्तान को चुकानी पड़ेगी।
सीतारमण ने यह भी कहा कि आतंकी हमले में पाकिस्तानी आतंकवादियों के शामिल होने के सबूत पाकिस्तान को सौंपे जाएंगे। उल्लेखनीय है कि जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने शनिवार तड़के सुंजवान स्थित सैन्य शिविर पर हमला बोल दिया, जिसमें पांच जवान शहीद हो गए और एक नागरिक भी मारा गया। हमले में 10 अन्य लोग घायल भी हो गए। सैनिकों ने तीन आतंकवादियों को भी मार गिराया, जबकि एक आतंकवादी अभी भी शिविर में छिपा हुआ है।
वह शाम को सुंजवां आर्मी कैंप पहुंचीं। उन्होंने इस कैंप का हवाई निरीक्षण भी किया। यहां से वह यहां आर्मी हॉस्पिटल में भी गईं, जहां वह इस हमले में घायल हुए सैनिकों से मिलीं। उन्होंने कहा कि यह हमला जैश-ए-मोहम्मद ने किया था। इस हमले का मास्टरमाइंड मसूद अजहर था, जो पाकिस्तान में है। आर्मी कैंप में क्विक रिस्पॉन्स टीम को तैनात किया गया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि सेना के जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को इस हमले की कीमत चुकानी होगी।
सीतारमन ने सीमारेखा पर अत्याधुनिक हथियार तैनात करने और निगरानी बढ़ाने की बात कही है। उन्होंने हमले के बारे में बताया कि आतंकी सेना की वर्दी में आए थे। आतंकियों ने सेना के परिवार के ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। भारतीय रक्षा मंत्री ने कहा कि इस हमले के बारे में सेना ने कुछ सबूत जमा किए हैं और ये सबूत पाकिस्तान को दिए जाएंगे। इस हमले में हाथ लगे सबूतों की एनआईए जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि कई डॉजियर देने के बावजूद पाकिस्तान ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है।