नई दिल्ली। राहुल गांधी ने आज कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान संभाल ली है। पार्टी के चुनाव अधिकारी एम. रामचंद्रन ने उन्हें यहां पार्टी मुख्यालय में एक समारोह में अध्यक्ष चुने जाने का प्रमाणपत्र दिया। समारोह में राहुल गांधी की मां एवं कांग्रेस की निवर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी के कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोहरा, पार्टी महासचिव जनार्दन द्विवेदी, पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता तथा बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। इस मौके पर राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा भी मौजूद थे।
सोनिया गांधी
सोनिया गांधी ने कहा- "मैं राहुल को अध्यक्ष बनने की शुभकामनाएं, बधाई और आशीर्वाद देती हूं। आज मैं आखिरी बार कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर संबोधित कर रही हूं। आपके सामने अब एक नया दौर है। अब आप सबको एक नई शुरुआत करनी है। उन्होंने कहा आपने इस नेतृत्व के लिए राहुल को चुना है। राहुल मेरा बेटा है। उसकी तारीफ करना उचित नहीं लगता। मगर इतना जरूर कहूंगी कि बचपन से ही उसने अपार दुख झेला था। लेकिन राजनीति में आने पर उसने ऐसे व्यक्तिगत हमले को झेला जिसने उससे और भी निडर इंसान बनाया। मुझे उसकी सहनशीलता और दृढ़ता पर गर्व है। उन्होंने कहा आपने हर मोड़ पर मेरा साथ दिया है। आपको धन्यवाद देती हूं. आप सब कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता हैं।
सत्ता, शोहरत और स्वार्थ आपका मकसद नहीं है। देश आपका मकसद है। देश के मूल भावना को बचाना आपका मकसद है। आज देश के सामने बड़ी चुनौती है। हमारी संस्कृति पर वार हो रहा है। हर तरफ भय का माहौल बनाया जा रहा है।आज भी अगर अपने वसूलों पर खरे नहीं उतरेंगे तो देश की रक्षा नहीं कर पाएंगे।हम डरेंगे नहीं और झुकेंगे भी नहीं।
मनमोहन सिंह ने बताया देश को राहुल की जरूरत
इस मौके पर बोलते हुए मनमोहन सिंह ने पंडित जवाहर लाल नेहरू के पत्र का जिक्र किया जिसे उन्होंने इंदिरा गांधी को लिखा। मनमोहन सिंह ने कहा कि मैं सोनिया जी के साथ 19 साल तक जुड़ा रहा और उनके साथ मिलकर काम किया। इस दौरान सोनिया गांधी ने कांग्रेस को काफी मजबूत नेतृत्व दिया। इस दौरान देश का विकास दर सबसे ज्यादा रहा, 140 मिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया। दस साल के कार्यकाल के दौरान मनरेगा, आरटीआई जैसे कई बड़े सामामजिक सरोकार से जुड़े कदम सोनिया जी के मार्गदर्शन में लिए गए।हम सोनिया जी को सैल्यूट करते हैं, उन्होंने 19 साल तक पार्टी को मजबूत नेतृत्व दिया।
राहुल जी कांग्रेस के भीतर नई आस्था, भरोसा लेकर आते हैं। वह आज कांग्रेस के अध्यक्ष पद को संभाल रहे हैं। भय की राजनीति को खत्म करने के लिए राहुल गांधी की जरूरत है। हमे अभी लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकालना है। राहुल जी आप पूरे देश में घूमे हैं और आपको पता है कि देश की क्या हालत है। मुझे पूरा भरोसा है कि आपके नेतृत्व में कांग्रेस नई उंचाइयों पर ले जाएंगे।
पार्टी हेडक्वार्टर पर जश्न का माहौल
राहुल के पदभार संभालने से पहले कांग्रेस मुख्यालय के बाहर उनके बैनर-पोस्टर लगाए गए। देशभर से पार्टी वर्कर जश्न में शामिल होने के लिए 24 अकबर रोड पर इकट्ठे हुए। कांग्रेस वर्कर्स पटाखे फोड़कर और मिठाई बांटकर जश्न मना रहे हैं। ढोल-नंगाड़ों के साथ डांस कर रहे हैं।
PM ने राहुल गांधी को दी थी बधाई
राहुल के पार्टी प्रेसिडेंट चुने जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी थी। मोदी ने ट्वीट में लिखा, "कांग्रेस प्रेसिडेंट चुने जाने पर राहुल गांधी को बधाई। पार्टी में उनके कामयाब टेन्योर के लिए शुभकामनाएं।'
राहुल की चुनौतियां
कांग्रेस इस वक्त अपने इतिहास के सबसे बुरे दौर से गुजर रही है।लगातार कमजोर होती कांग्रेस को एक संगठन के तौर पर दोबारा खड़ा करने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी राहुल गांधी के कंधों पर होगी।फिलहाल महज 6 राज्यों में कांग्रेस की सरकार है और अगले साल एमपी,छत्तीसगढ़, राजस्थान समेत 8 राज्यों में विधानसभा चुनाव है जिसमें पार्टी को जीत दिलाना राहुल के लिए आसान नहीं होगा।इन सब के बीच राहुल को 2019 लोकसभा चुनाव की भी तैयारियों पर नजर रखनी होगी, जिसके लिए उन्हें दूसरी पार्टियों से गठबंधन की संभावनाएं भी तलाशनी होगी. राहुल के अध्यक्ष बनते ही गुजरात और हिमाचल चुनाव के नतीजे सामने होंगे।