नई दिल्ली। केरल लव जिहाद मामले में हदिया सोमवार को सुप्रीम कोर्ट पेश हुई। उसने कोर्ट से कहा कि, वह आजादी चाहती है। जब कोर्ट ने उससे पूछा, 'क्या आप राज्य सरकार के खर्चे पर पढ़ाई जारी रखना चाहती हैं?' इस पर हदिया ने कहा, 'मैं अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहती हूं, लेकिन राज्य सरकार के खर्चे पर नहीं। मेरा पति मेरी देखभाल करने में सक्षम है। सुनवाई कल भी जारी रहेगी। बता दें कि, सुप्रीम कोर्ट में हादिया के पति शफीन की तरफ से कपिल सिब्बल वकील है।
सुनवाई के दौरान, हादिया के वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि बालिग हादिया को अपनी जिंदगी के फैसले लेने का हक है। उन्होंने कहा कि इस मामले को धार्मिक रंग दिया जा रहा है। वहीं एनआईए ने कहा कि हादिया को सम्मोहित किया गया है। हादिया के पिता ने कहा कि जान को खतरा है।
पिता का आरोप
इस मामले में अभियोजन पक्ष का कहना है कि इस्लामिक स्टेट के समर्थक हिंदू लड़कियों को मुसलमान बनाने के लिए लव जिहाद का सहारा ले रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच कर रही एनआईए ने 100 पेज की रिपोर्ट सौंपी है।
अब हदिया कोर्ट को बताएगी कि उसने स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन किया है या उसे इसके लिए बाध्य किया गया है। इससे पहले शनिवार को नई दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले युवती ने बताया था कि उसने स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन किया है।
क्या है मामला?
केरल में हादिया (24) ने शफीन नाम के मुस्लिम लड़के से दिसंबर 2016 में शादी की थी। लड़की के पिता का आरोप है कि, यह लव जिहाद का मामला है। उनकी बेटी से जबर्दस्ती धर्म परिवर्तन कराया गया है और शादी की गई है।
लड़की के पिता की याचिका पर केरल हाईकोर्ट ने 25 मई को यह शादी रद्द कर दी थी। हादिया को उसके माता-पिता के पास रखने का आदेश दिया था। इसके बाद हादिया के पति शफीन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।