अहमदाबाद। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के पुत्र जय शाह ने उनके बारे में न्यूज वेबसाइट 'द वायर' में प्रकाशित लेख को लेकर सोमवार को मेट्रोपोलिटन कोर्ट में इसकी लेखिका सह पत्रकार रोहिणी सिंह तथा संपादकों समेत 7 लोगों के खिलाफ 100 करोड का मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया।
सात के खिलाफ मुकदमा दायर
आरोपियो में पोर्टल के संपादक सिद्धार्थ वरदराजन, सिदार्थ भाटिया तथा एम के वेणु के नाम भी शामिल हैं। इस मामले की सुनवाई के लिए 11 अक्टूबर को तय की गई है।
एक साल में 16000 गुणा की बढोत्तरी
रविवार को छपे लेख में दर्शाया गया था कि जय की एक कंपनी, जो पहले घाटे में चल रही थी, ने साल 2014 में मोदी सरकार बनने तथा शाह के भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद अपने कारोबार में 16000 गुणा की बढोत्तरी कर ली।
जय शाह ने लेख को गलत ठहराया
वहीं जय की अर्जी में कहा गया है कि लेख गलत है और इससे लोगों के मन में यह धारणा बन सकती है कि उन्होंने अपनी व्यवसायिक सफलता के लिए पिता के राजनीतिक पद का गलत इस्तेमाल किया है। उनका कारोबार पूरी तरह सही तरीके से किया गया है और इसके लिए कर्ज लेने के लिए भी पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया है और उनकी पैतृक संपत्ति को गिरवी रखा गया है।
सीबीआई जांच की मांग
पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कम्पनी को हुए मुनाफे की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।
बचाब में उतरी भाजपा
जय शाह पर लग रहे आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा का मामला एक बार फिर उछाला। यूपी के नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह और पार्टी के प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जय शाह का बचाव करते हुए कहा कि कांग्रेस को 'बेटा माडल के बजाय दामाद माडल' पर बात करनी चाहिए।
लालू ने कसा तंज
जय शाह की कंपनी के एक साल में 16000 गुणा मुनाफा कमाने की खबरों को लेकर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने शाह और उनके पुत्र पर तंज कसते हुए कहा कि बात देश के विकास की हुई थी लेकिन अब तो विकास से 'जय' हो।