नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी रविवार को सुबह 10 बजे अपने कैबिनेट का विस्तार करेंगे। इससे पहले बैठकों का दौर जारी है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आज संभावित मंत्रियों से मिल रहे है। इसी बीच बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा अमित शाह से मिलने उनके घर पहुंचे हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रवेश को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। वहीं भाजपा के नए सहयोगी जेडीयू और तमिलनाडु में सत्तारूढ़ एआईएडीएमके पर सस्पेंस अभी बरकरार है।
तमिलनाडु में एआईएडीएमके पार्टी में चल रही आंतरिक कलह इसके सरकार में शामिल होने की राह में एक बड़ा रोड़ा साबित हो सकती है। पार्टी के भीतर के संकट को दूर करने में जुटी एआईएडीएमके टीटीवी दिनाकरण की बगावत से जूझ रही है।
इसके अलावा इन अटकलों पर भी विराम लगा है कि मोदी कैबिनेट में एक एआईएडीएमके को जगह मिलेगी। सूत्रों की मानें तो एआईएडीएमके भी कैबिनेट में शामिल नहीं होगी। अब तक मोदी सरकार और तमिलनाडु के सत्ताधारी दल के बीच कोई आधिकारिक वार्ता नहीं हुई हैं। प्रधानमंत्री ने सीएम ई. पलानीस्वामी और उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम दोनों के साथ बैठक की। एआईएडीएमके के विभिन्न राजनीतिक नेताओं और सांसदों ने राज्य के मामलों पर मार्गदर्शन के लिए हाल ही में केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की, लेकिन एआईएडीएमके के एनडीए में शामिल होने पर अभी कोई आधिकारिक बात नहीं हुई है।
हाल ही में अन्नाद्रमुक नेता और उप लोकसभा अध्यक्ष थंबीदुरई की प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद अफवाहों को फिर से हवा मिली थी। अटकलें चल रही थीं कि एआईएडीएमके को एक कैबिनेट पद मिलेगा, लेकिन सूत्रों ने इस पर भी इनकार कर दिया है।
कौन बनेगा रक्षा मंत्री ?
देश के अगले रक्षा मंत्री के नाम को लेकर पेच फंस गया है। पेंच कुछ ऐसा फसा है कि खुद पीएम ने अपने चार मंत्रियो राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी से कहा कि आप लोग मिल कर तय करके बातएं की किसे रक्षा मंत्री बनाया जा सकता है? पिछले एक हफ्ते से सरकार के ये चार मंत्री आपस मे कई बार बातचीत कर चुके हैं, लेकिन देश के अगले रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी किसी सौंपी जाए, उसका नाम अब तय नहीं कर पाएं है।
एक साथ दो बड़े मंत्रालय नहीं संभाल सकते जेटली
इस साल की शुरुआत में ही मनोहर पर्रिकर ने रक्षा मंत्री का पद छोड़ दिया था और गोवा के मुख्यमंत्री बन गए थे। उसके बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली को रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया, लेकिन चीन और पाकिस्तान से जारी तनाव के बीच पूर्णकालिक रक्षा मंत्री की जरूरत महसूस हो रही थी। खुद अरुण जेटली ने संकेत दिया था कि वो एक साथ दो बड़े मंत्रालय नहीं संभाल सकते।
मंत्रिमंडल में शामिल होने का न्यौता नहीं मिला- जेडीयू सूत्र
हाल ही में एनडीए में शामिल हुई जेडीयू के मोदी कैबिनेट में शामिल होने पर संशय बढ़ गया है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि कैबिनेट को लेकर मोदी और नीतीश में कोई बात नहीं हुई है। जेडीयू के शीर्ष नेताओं को अभी तक बातचीत के लिए भी नहीं बुलाया गया है।