नई दिल्ली। लंबे समय से अटका पड़ा केंद्रीय कैबिनेट के विस्तार का मामला अब जल्द ही निपट सकता है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के घर हुई 8 केंद्रीय मंत्रियों की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की गई है। वहीं गुजरात विधानसभा चुनावों को लेकर भी बातचीत हुई।
बैठक में गुजरात चुनावों के प्रभारी बनाए गए अरुण जेटली और सह प्रभारी नरेन्द्र तोमर भी मौजूद रहे। मीटिंग से पहले अरुण जेटली ने संकेत दिए थे कि वो अब ज्यादा दिनों तक रक्षा मंत्री नहीं रहना चाहते। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही देश को एक नया रक्षामंत्री मिल सकता है।
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 सितंबर को ब्रिक्स मीटिंग के लिए चीन रवाना होने वाले हैं। इसलिए इस बात की भी संभावना है कि उनके जाने से पहले कैबिनेट विस्तार को अंजाम दे दिया जाए।
बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, नरेन्द्र तोमर, निर्मला सीतारमण सहित आठ केंद्रीय मंत्री शामिल हुए। बैठक में अरुण जेटली के बजाय पूर्णकालिक रक्षामंत्री बनाए जाने और कैबिनेट में रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए मंथन किया गया। इसके अलावा कई मंत्रियों का महकमा बदलने पर भी विचार किया जा सकता है।
माना जा रहा है कि इस विस्तार में जेडीयू और एआईएडीएमके नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। गौरतलब है कि हाल ही में नीतीश कुमार की जेडीयू ने फिर से बीजेपी के साथ नाता जोड़ते हुए बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल होने की घोषणा की है। सूत्रों का यहां तक कहना है कि इस विस्तार में दो-दो जेडीयू और एआईएडीएमके से मंत्री बनाए जा सकते हैं।
मंत्रिपरिषद में फेरबदल का उत्तर प्रदेश में भी असर पड़ना तय माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि पुनर्गठन में मोदी कैबिनेट में प्रदेश के कुछ नए चेहरों को भी जगह मिल सकती है तो कुछ मौजूदा चेहरों की नई भूमिका तय करते हुए मंत्रिपरिषद से हटाया जा सकता है। कुछ के मंत्रालय में फेरबदल की भी चर्चा है।