नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों में हुए दो ट्रेन हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए रेलमंत्री सुरेश प्रभ ने इस्तीफे की पेशकश की है। हालांकि उनका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं हुआ और प्रधानमंत्री ने उनसे इंतजार करने को कहा है।
प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद प्रभु ने सिलसिलेवार ट्विट में दुर्घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए लिखा है कि इनमें यात्रियों के मारे जाने और घायल होने से वह क्षुब्ध हैं और इससे उन्हें गहरा दुख पहुंचा है।
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिला और पूरी नैतिक जिम्मेदारी ली। प्रधानमंत्री ने मुझे इंतजार करने को कहा है।" प्रभु ने कहा कि तीन वर्ष से भी कम समय में रेल मंत्री के तौर पर उन्होंने रेलवे की बेहतरी के लिए अपना खून पसीना बहाया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सभी क्षेत्रों में व्यवस्थित सुधारों के जरिये दशकों से हो रही रेलवे की अवेहलना खत्म करने का प्रयास किया जिससे अभूतपूर्व निवेश हुआ और कई मुकाम हासिल किये गये।
उन्होंने कहा कि रेलवे को प्रधानमंत्री की नये भारत की कल्पना के अनुरूप दक्ष और आधुनिक होना चाहिए। रेल मंत्री ने कहा, "मैं भरोसा दिलाता हूं कि रेलवे अब इसी पथ पर अग्रसर है।