मुंबई। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रविवार को कहा कि नोटबंदी के कारण भारत के कई हिस्सों में माओवादी और जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी धन संकट से जूझ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में प्रदर्शन के दौरान पत्थरबाजी करने वालों में भी काफी कमी आई है। जेटली बोले, नोटबंदी के पहले कश्मीर में हजारों की तादाद में सड़कों पर पत्थरबाज उतर आते थे, लेकिन अब 25 पत्थरबाज भी नहीं नजर आते हैं।
जेटली मुंबई में न्यू इंडिया पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। जेटली ने सत्ता में तीन वर्ष पूरे करने पर सरकार की उपलब्धियां गिनाई। इस मौके पर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे।
जेटली ने कहा, नोटबंदी के बाद घाटी में अलगाववादियों के साथ छत्तीसगढ़ जैसे नक्सल प्रभावित राज्यों में माओवादी पैसे की किल्लत से जुझ रहे है। वहीं जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों के भी यही हाल हैं।
केंद्रीय मंत्री ने नोटबंदी के फायदों के बारे में कहा कि इसकी वजह से पहले जो पैसा इकोनॉमी के बाहर सर्कुलेट हो रहा था, वह औपचारिक तौर पर बैंकिंग सिस्टम का हिस्सा बन गया है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों के दौरान एनआईए ने टेचर फंडिंग को लेकर लगातार कार्रवाई करते हुए अलगाववादियों के ठिकानों पर छापा मारा है। अभी तक इस मामले में 7 बड़े अलगाववादियों समेत करीब 10 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।