पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने ऐलान किया है कि जल्द ही देश भर में मौजूद स्पेशल फोर्सेज के जवानों को एसी जैकेट मुहैया कराई जाएगी। पार्रिकर ने पणजी में एक संस्थान के छात्रों को जानकारी देते हुए कहा कि अभी इस तरह की जैकेट का ट्रायल चल रहा है। जल्द ही स्पेशल फोर्स के हर जवान को इस जैकेट की सुविधा मिलेगी।
इस जैकेट से सहज महसूस करेंगे जवान
उन्होंने कहा कि विशेष बलों के अभियान कठिन परिस्थितियों में चलाए जाते हैं। इस दौरान शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जिसके कारण जवान बेहद असहज महसूस करते हैं। ऐसे समय में अगर उनके पास वातानुकूलित जैकेट होंगे तो वे सहज महसूस करेंगे। पार्रिकर ने कहा कि एलसीए तेजस का एकमात्र कमजोर बिंदु यह रहा कि यह एक हल्का विमान है और केवल 3.5 टन भार ले जा सकता है।
जवानों को मिलेगा आराम
पार्रिकर ने कहा कि जब स्पेशल फोर्सेज किसी ऑपरेशन में होती हैं तो बहुत ज्यादा अभ्यास करना पड़ता है। इसकी वजह से उनका शरीर गर्म हो जाता है और सैनिक बहुत ही असहज महसूस करता है। उस समय पर अगर उसके पास एसी जैकेट्स हों तो उसे काफी आराम मिलेगा। पार्रिकर ने ये बातें शनिवार को छात्रों के सामने कहीं। पार्रिकर साल 2014 से 2017 तक रक्षा मंत्री रहे हैं। इस वर्ष वह चौथी बार गोवा के मुख्यमंत्री बनकर गोवा की राजनीति में वापस लौटे हैं।
तेजस की भी बात की पार्रिकर ने
पार्रिकर ने देसी फाइटर जेट तेजस पर भी बात की और उन्होंने कहा कि तेजस कई और बातों में दुनिया के बाकी फाइटर जेट्स से बहुत बेहतर है। पार्रिकर ने कहा कि रक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने खुद एलसीए प्रोजेक्ट पर नजर रखी थी। पार्रिकर की मानें तो एलसीए प्रोजेक्ट पांच-छह वर्ष पहले ही पूरा हो गया था लेकिन सरकार इसे शामिल ही नहीं कर रही थी। कुछ छोटे मुद्दे थे। बतौर रक्षा मंत्री उन्होंने 18 मीटिंग की और इस बात पर ध्यान रखा कि तेजस को इंडियन एयरफोर्स में शामिल किया जाए। अब तीन तेजस एयरफोर्स में हैं तो एक नया एयरक्राफ्ट हर एक दो माह में एयरफोर्स का हिस्सा बनेगा। उन्होंने कहा कि इसकी कमी सिर्फ इतनी है कि यह केवल 3.5 टन का बम ही ले जा सकता है।