नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में आज ईवीएम हैंकिंग के मुद्दे पर सुनवाई हुई। चुनाव आयोग ने कोर्ट में कहा कि EVM पूरी तरह से सुरक्षित है, इसे हैक नहीं किया जा सकता। आयोग ने कहा कि भारत में जिन EVM मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है, वह अमेरिका, जर्मनी और नीदरलैंड से भी अच्छी हैं। आयोग ने कहा सितंबर 2018 तक देश में 16 लाख से ज्यादा VVPAT मशीन उपलब्ध हो जाएंगी और 2019 के लोकसभा चुनावों में VVPAT का इस्तेमाल किया जाएगा।
चुनाव आयोग ने यह भी कहा है कि भारत में इस्तेमाल होने वाली ईवीएम मशीन अमेरिका, जर्मनी, नीदरलैंड और आयरलैंड में इस्तेमाल होने वाली ईवीएम मशीनों से कहीं बेहतर है। आयोग ने बताया कि विदेश में जो ईवीएम मशीनें इस्तेमाल होती हैं वह इंटरनेट से जुड़ी है। जबकि हमारे यहां ऐसा नहीं।
भारत में जो ईवीएम इस्तेमाल होती है वह पूरी तरह से आंतरिक प्रक्रिया पर काम करती है। ये मशीनें किसी भी तरह से इंटरनेट से जुड़ी नहीं है इसलिए इन्हें हैक नहीं किया जा सकता है।
इस साथ ही आयोग ने बताया कि समय-समय पर ईवीएम की जांच होती रहती है और किसी भी चुनाव में भेजे जाने से पहले इसका पूरा परीक्षण किया जाता है। विजय कुमार ने आगे बताया कि चुनाव आयोग 2019 आम चुनाव तक वीवीपीएटी का इंतजाम कर लेगा। जिससे ईवीएम के साथ वोटर को एक वेरिफिकेशन पेपर भी मिलेगा।
उन्होने बताया कि 16 लाख से ज्यादा वीवीपीएटी ईवीएम मशीन का इंतजाम सितंबर 2018 तक कर लिया जाएगा। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में बीते दिनों कई याचिका दायर की गई थी। जिसमें कहा ईवीएम की विश्वसनियता पर सवाल उठाए गए थे।