श्रीनगर। पुलवामा में सुरक्षाबलों के साथ मंगलवार को मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादी अबू दुजाना के शव को सेना ने पाकिस्तान को ले जाने के लिए कहा है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पाकिस्तान से कहा है कि वह लश्कर-ए-तैयबा कमांडर अबु दुजाना का शव अपने वतन ले जाएं। लेकिन पाक उच्चायोग ने आंतकी का शव लेने से मना कर दिया है।
पहली बार हुआ ऐसा
ऐसा पहली बार हुआ है जब राज्य की पुलिस ने आतंकी के मारे जाने के बाद सीधे पाकिस्तान को उसका शव ले जाने के लिए कहा हो। इससे कश्मीर में आतंकवाद फैलने के 28 सालो में हजारों पाकिस्तान के नागरिक सुरक्षाबलों के हाथों मारे जा चुके हैं। लेकिन उनको लेकर इस तरह की नीति नहीं अपनाई गई है।
पत्नी से मिलने आया था दुजाना
पाकिस्तानी आतंकवादी अबु दुजाना को पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों ने मंगलवार को उस वक्त मार गिराया, जब वह जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के एक गांव में अपनी पत्नी से मिलने आया था। मारे गए आतंकवादी के सिर पर 15 लाख रुपए का इनाम था। मुठभेड़ में उसका एक साथी भी मारा गया।
पीओके का रहने वाला था आंतकी अबू
दुजाना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र का रहने वाला था। इसकी पुष्टि करते हुए पुलिस ने पाकिस्तानी उच्चायोग से कहा कि वह अपने नागरिक आतंकी अबु दुजाना का शव ले जाए।
हम शव को रीति-रिवाज के साथ दफन कर देंगे
पुलिस महानिरीक्षक मुनीर खान ने कहा - अगर वह (पाकिस्तान) शव पर दावा नहीं करता है तो, हम रीति-रिवाज के तहत शव को दफन कर देंगे। दुजाना अगस्त 2015 में उधमपुर हमला सहित भारतीय सुरक्षा बलों पर किए गए कई हमलों में शामिल था। उधमपुर हमले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवान शहीद हो गए थे, जबकि 12 अन्य घायल हो गए थे।