नई दिल्ली। विपक्ष के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार गोपाकृष्ण गांधी से उनका भांजा नाराज है। गोपालकृष्ण गांधी के भांजे कृष्ण कुलकर्णी ने उनके नामांकन के विरोध में एक पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कांग्रेस की नीतियों पर भी सवाल खड़ा किया है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि नेहरू-गांधी परिवार ने एक बार फिर पीढ़ी दर पीढ़ी सत्ता में बने रहने का सिलसिला शुरू कर दिया है।
कृष्ण का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पिछले 18 सालों से पार्टी अध्यक्ष के पद पर बनी हुई है और अब उनका बेटा इस कतार में खड़ा है। उन्होंने आगे कहा कि गांधी जी ने हमेशा वंशवाद का विरोध किया है और उनके आलोचक भी इस बात से इनकार नहीं कर सकते हैं। उन्होंने गोपालकृष्ण गांधी पर भी निसाना साधा, और कहा कि आप अपना प्रत्याशी चुन सकते हैं, लेकिन मुझे उपराष्ट्रपति के नामांकन में भी वंशवाद की राजनीति नजर आ रही है।
साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों में कितने ही घोटाले हुए हैं, लेकिन आपने कभी कुछ नहीं बोला। क्या आपको लगता है यह सब वाकई में राजनीति के वेदांत हैं।
कृष्ण ने लिखा-मुझे माफ करें गोपू मामा
कृष्ण ने लिखा कि इतने सालों में इतने सारे घोटाले और आपकी एक टिप्पणी भी नहीं। क्या आपको लगता है कि यह सबकुछ राजनीतिक साजिश है? आखिर में कृष ने लिखा कि मुझे माफ करें गोपू मामा, लेकिन आपके इस निर्णय से मेरे अंदर विश्वास नहीं जागता, बल्कि यह विश्वासघात है। मेरे अंदर आपके लिए स्नेह कभी कम नहीं होगा। उपराष्ट्रपति की दौड़ में मेरी शुभकामनाएं आपके साथ। इसी बीच गोपाल कृष्ण गांधी नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (एनडीए) के उम्मीदवार वेंकैया नायडू से टीवी चैनल पर बातचीत करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने राज्य सभा टीवी को एक पत्र भी लिखा है। पत्र में उन्होंने साफ कहा कि वह पैनल डिसकशन होगा कोई डिबेट नहीं। गोपाल कृष्ण गांधी ने तर्क दिया है कि इस प्रोग्राम को देखने वाले दर्शकों को भी बहुत ही नई जानकारी मिलेंगी। उन्होंने लिखा कि मेरी इच्छा है कि राज्य सभा टीवी पैनल डिसकशन करवाए। यह डिबेट ना होकर बातचीत होनी चाहिए।