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राहुल गांधी से मिले नीतीश, शाम को मोदी के डिनर में होंगे शामिल

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jul 22 2017 12:34PM | Updated Date: Jul 22 2017 8:30PM
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नई दिल्ली। सीएम नीतीश कुमार पीएम मोदी के डिनर में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं। नीतीश ने राहुल गांधी के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात भी की है। शाम को नीतीश कुमार पीएम मोदी से भी मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी ने मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के सम्मान में डिनर आयोजित किया है। बताया जा रहा है कि मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के सम्मान में हैदराबाद हाउस में होने वाले डिनर नीतीश शामिल होंगे।

पिछले सप्ताह हुई नीतीश कुमार और तेजस्वी की मुलाकात के बाद भी इसका कोई हल निकलता नहीं दिखाई दिया। नीतीश कुमार की राहुल से मुलाकात महागठबंधन में पैदा हुई दरार को दूर करने के इरादे से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बिहार के मुख्यमंत्री और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से बातचीत के कुछ दिनों बाद होने जा रही है। 

संसद के सेंट्रल हॉल में होगा फेयरवेल
प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है। नए राष्ट्रपति कोविंद 25 जुलाई को पद संभालेंगे। उसी दिन प्रणब का फेयरवेल संसद के सेंट्रल हॉल में होगा और  स्पीकर सुमित्रा महाजन स्पीच देंगी। वे प्रणब को एक स्मृति चिह्न और सभी सांसदों के सिग्नेचर वाली बुक देंगी। इसके बाद हाई-टी होगी। रिटायरमेंट के बाद प्रणब उसी बंगले में शिफ्ट होंगे, जहां पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम रहते थे। बताया जाता है कि प्रणब रिटायरमेंट के बाद अपनी ऑटोबायोग्राफी का तीसरा पार्ट लिखना चाहते हैं।

महागठबंधन में गांठ
नीतीश कुमार बिहार सरकार में अपने सहयोगी लालू यादव के परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच को लेकर असहज महसूस कर रहे हैं। तनाव महागठबंधन को लेकर है। मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी लालू यादव के पुत्र तेजस्वी यादव को उप मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए कहा है। यादव इस सुझाव से नाखुश हैं। कांग्रेस इस मामले में तनाव खत्म करने के लिए मध्यस्थता करना चाहती है, लेकिन हवा का रुख ऐसा नहीं है।

बीजेपी से बढ़ती नजदीकी
नीतीश कुमार के मौजूदा रुख में अपने पुराने सहयोगी बीजेपी और मोदी से समीपता बढ़ती दिखाई दे रही है। पिछले साल मोदी ने भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए नोटबंदी का ऐलान किया। उनके इस कदम का विपक्ष में सिर्फ नीतीश कुमार ने समर्थन किया। यदि नीतीश अपने मौजूदा सहयोगियों से नाता तोड़ते हैं तो बीजेपी की ओर से पहले ही बिहार सरकार को बाहर से समर्थन देने की पेशकश की जा चुकी है।
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