मुंबई। मुंबई में टाटा कंपनी के पूर्व फाइनेंस मैनेजिंग डायरेक्टर दिलीप सुधाकर पेंडसे ने अपने ऑफिस में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 61 वर्षीय पेंडसे ने बुधवार सुबह दादर ईस्ट स्थित अपने ऑफिस में खुदकुशी का यह कदम उठाया। पेंडसे ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ चल रहे कई कानूनी मामलों के कारण निराशा को खुदकुशी का जिम्मेदार बताया है।
16 साल पहले लगा था गबन का आरोप
दरअसल, 16 साल पहले पेंडसे पर गबन के आरोप लगे थे और इसके बाद टाटा ने उन्हें हटा दिया था। तब से ही उन्हें सेबी की कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा था।
दूसरी मंजिल पर रहता था परिवार
पेंडसे की लाश जिस बिल्डिंग में मिली है उसकी पहली मंजिल उनका ऑफिस है, जबकि दूसरी मंजिल पर वे परिवार के साथ रहते थे।
फोन नहीं उठाने पर चला पता
सूत्रों के मुताबिक उनकी पत्नी ने बताया कि घटना के दिन वो दूसरी मंजिल पर थीं। इस बीच पेंडसे को खाना खाने के लिए लगातार फोन किया गया, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया। इसके बाद जब वे मौके पर पहुंचीं तो उन्होंने पेंडसे के शव को पंखे से लटका हुआ पाया।
अमेरिका में रहता है बेटा
पेंडसे की पत्नी ने पड़ोसियों की मदद ली और इसकी जानकारी पुलिस को दी। बताया जाता है कि सेबी की ओर से उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही थी और इसी वजह से वे परेशान रहा करते थे। पेंडसे का बेटा अमेरिका में रहता है, जिसे मौत की खबर दे दी गई है।