नई दिल्ली। देश में जीएसटी लागू होने के बाद शनिवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में ICAI के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, जैसे डॉक्टर समाज के स्वास्थ्य की चिंता करते हैं वैसे ही सीए पर समाज के आर्थिक स्वास्थ्य की जिम्मेदारी होती है।
पीएम मोदी ने आईसीए के स्थापना दिवस पर लोगों को शुभकामनाएं दी। इस दौरान उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, वित्त मंत्री अरुण जेटली समेत कई दिग्गज नेता मौजूद हैं। आज ICAI का स्थापना दिवस है और संयोग है कि आज से ही भारत में जीएसटी की शुरुआत भी हुई है।
उन्होंने कहा मेरी और चार्टर्ड अकाऊंटैंट की देश भक्ति में कोई फर्क नहीं है। आप समाज के आर्थिक डॉक्टर हैं। मोदी ने चार्टर्ड एकाउंटेंटों से अपील की कि वे अपने ग्राहकों को ईमानदारी की राह पर लाने की जिम्मेदारी लें, उन्होंने कहा कि एक गलत ऑडिट भोले-भाले निवेशकों की जिंदगी को प्रभावित कर सकती है।
मोदी ने कहा स्वच्छ भारत के साथ ही हम भारत की अर्थव्यवस्था की भी सफाई कर रहे हैं, हमने उन लोगों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है जिन्होंने देश को लूटा है। उन्होंने कहा 3 लाख से ज्यादा रजिस्टर्ड कंपनियां ऐसी सामने आई हैं जिनका सारा लेनदेन शक के घेरे में है।
मोदी ने कर चोरी में लगी कंपनियों पर कड़ी कार्वाई की चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी 37,000 से अधिक कंपनियों की पहचान की जा चुकी है। जिनपर सख्त कार्वाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद एक लाख से अधिक कंपनियों का पंजीकरण रद्द कर दिया गया है।
उन्होंने सीए समुदाय को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि उन्होंने उनसे सवाल किया कि अबतक गड़बड़ी के मामले में समुदाय के केवल 25 सदस्यों के खिलाफ कार्वाई ही क्यों हुई है जबकि 1400 से अधिक मामले वर्षों से लंबित हैं। मोदी ने कहा देश में केवल 32 लाख लोगों ने दर्शाया है कि उनकी आमदनी सलाना 10 लाख से उपर है जबकि करोड़ों लोग ऐसे हैं जो उंचे पेशों में लगे हैं।
मोदी ने कहा कि जिन्होंने देश को लूटा है अब वापस लौटाने का वक्त आ गया है। स्विस बैंक ने पिछले 2 साल से डाटा देना शुरू कर दिया है, जिन्होंने भी विदेशी बैंक में काला धन रखा है उन्हें मुश्किल वक्त का सामना करना होगा।