नई दिल्ली। सिक्किम में नाथू-ला के रास्ते कैलाश मानसरोवर यात्रा रद्द कर दी गई है। एक अधिकारी ने आज बताया कि यह निर्णय चीन-भारत सीमा से लगे विवादित इलाके को लेकर भारतीय और चीनी जवानों के बीच ताना-तानी की पृष्ठभूमि में सामने आया है।
यह फैसला नाथू ला मार्ग के जरिए एक कठिन यात्रा के बाद भगवान शिव के निवास स्थान माने जाने वाले पर्वतीय क्षेत्र की यात्रा करने की लालसा रखने वाले 400 श्रद्धालुओं के लिए निराशा के रूप में सामने आया है।
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि इस साल सिक्किम में नाथू ला के जरिए कैलाश मानसरोवर की यात्रा नहीं होगी लेकिन उत्तराखंड में लिपूलेख र्दे के रास्ते तीर्थयात्रा निर्धारित कार्यक््रम के अनुसार जारी रहेगी।
चीन ने दी धमकी
सिक्किम में सड़क को लेकर चल रहे विवाद के बीच चीन भारत को धमकी देने पर उतर आया है। बीजिंग का कहना है कि सिक्किम के सेक्टर से भारतीय सेना के हट जाने के बाद ही कोई सार्थक बातचीत हो सकती है। चीन ने भारत-चीन के बीच हुए 1962 के युद्ध का जिक्र करते हुए भारत को इतिहास से सबक लेने की बात कही है।
अरुण जेटली का बयान
इस संबंध में आज रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। चीन द्वारा भारत को 1962 की याद दिलाए जाने पर रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि 1962 और आज के भारत में बहुत फर्क है। वहीं चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सिक्किम सेक्टर के डोकलाम इलाके से भारतीय सेना को हाटाए जाने के लिए भारत से बातचीत की आवश्यकता है।