नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में इफ्तार की दावत दी जिसमें उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ,कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीतारात येचुरी तथा विभिन्न देशों के राजदूतों ने शिरकत की। मुखर्जी की इफ्तार की यह आखिरी पार्टी थी क्योंकि 24 जुलाई को उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
मुखर्जी ने इफ्तार पार्टी में शामिल अतिथियों को संबोधित करते हुए रमजान के पवित्र माह के दौरान एकता, विश्वास एवं भाईचारे के माहौल की प्रशंसा की और उम्मीद जताई कि यह पवित्र माह लोगों में संपूर्णता की भवाना उत्पन्न करेगा। उन्होंने कहा, हमारी कामना है कि रमजान का पवित्र महीना हमें एकता की भावना से ओत-प्रोत करे और देश की समग्र संस्कृति के प्रति हमारे अंदर गौरव का संचार करें। इस पार्टी में श्रीमती गांधी,डॉ अंसारी, येचुरी एवं कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के अलावा कई देशों के राजदूत भी शामिल हुए।
राष्ट्रपति की इस बार की इफ्तार पार्टी में सरकार की ओर से कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं हुआ। उल्लेखनीय है कि इस बार पक्ष और विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार दलित समुदाय से हैं। भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने जहां दलित समुदाय के रामनाथ कोंविद को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है वहीं कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने पूर्व लोक सभा अध्यक्ष मीरा कुमार को उनके खिलाफ उतारा है।