नई दिल्ली। जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन करेगी। सीएम नीतीश कुमार ने इस बाबत जेडीयू विधायकों, मंत्रियों की बैठक बुलाई थी, जिसके बाद जेडीयू विधायक रत्नेश सदा ने यह घोषणा की।
हालांकि उन्होंने पार्टी बैठक के बाद ही किसी ऐलान की बात कही थी। वहीं एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने के बाद कोविंद ने मंगलवार को बिहार के राज्यपाल पद से इस्तीफा दिया था।
रामनाथ कोविंद दिल्ली में हैं, जहां उन्होंने बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी से मुलाकात की। रामनाथ कोविंद सुबह करीब 11.30 बजे मुरली मनोहर जोशी से मुलाकात की। बताया कि इस दौरान उन्होंने जोशी से मार्गदर्शन का आह्वान किया। जोशी से मुलाकात के बाद रामनाथ कोविंद बीजेपी के दूसरे वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से मिलेंगे। कोविंद शाम 6 बजे आडवाणी से मिलेंगे। वहीं गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ भी रामनाथ कोविंद की मुलाकात का कार्यक्रम है।
जेडीयू की बैठक में हुआ फैसला
नीतीश के समर्थन के एलान के कई मायने हैं और कई पेंच भी हैं। अब नीतीश ने अपना फैसला सुनाकर बिहार में गठबंधन सरकार के दूसरे साझीदार लालू प्रसाद को मुश्किल में डाल दिया है और एक तरह का संदेश भी दे दिया है। अब लालू प्रसाद के सामने मुश्किल ये होगी कि आखिर वो अपने सरकार के पार्टनर के फैसले के विरोध में क्यों जाएं और अगर जाते हैं तो इस सुगबुगाहट को कौन रोकेगा कि लालू-नीतीश में सब कुछ सामान्य नहीं है और क्या नीतीश मोदी के करीब जा रहे हैं। लालू के लिए संदेश ये है कि नीतीश कुमार अपनी पार्टी के फैसले में स्वतंत्र हैं और वो लालू प्रसाद से किसी तरह बंधे हुए है।