मुंबई। 17 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सरगर्मियां बढ़ती जा रही है। सभी पार्टियां अपने उम्मीदवारों पर जोर दे रही हैं, इस बीच शिवसेना ने नया दाव खेलने की कोशिश की है। शिवसेना का कहना है कि अगर आरएसआएस प्रमुख मोहन भागवत देश के राष्ट्रपति नहीं बनते हैं तो एस एस स्वामीनाथन को इस पद पर लाया जाए।
दरअसल, इसको लेकर सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। शिवसेना के बयान से ठीक पहले राष्ट्रपति चुनाव के लिए बीजेपी की ओर से बनाई गई कमेटी के सदस्य वेंकैया नायडू और राजनाथ सिंह ने सोनिया गांधी से मुलाकात की। सोनिया गांधी के घर 10 जनपथ पर बैठक के ठीक बाद कांग्रेस की ओर से बड़ा बयान दिया गया है।
टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद का कहना है कि बीजेपी उनके पास राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम पूछने आई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र राष्ट्रपति के चुनाव के लिए आम सहमति के पक्ष में है और इसके लिए उसने दाव चलते की कोशिश की है।
कौन है स्वामीनाथन
7 अगस्त 1925, कुम्भकोणम, तमिलनाडु में जन्मे स्वामीनाथन पौधों के जेनेटिक वैज्ञानिक हैं जिन्हें भारत की हरित क्रांति का जनक माना जाता है। उन्होंने 1966 में मैक्सिको के बीजों को पंजाब की घरेलू किस्मों के साथ मिश्रित करके उच्च उत्पादकता वाले गेहूं के संकर बीज विकिसित किए। उन्हें विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन 1972 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।