नई दिल्ली। बंगाल के मशहूर इतिहासकार पार्था चटर्जी द्वारा इडियन आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत की तुलना जनरल डायर से करने पर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल पार्था चटर्जी ने अपने एक लेख में कश्मीर में मानव ढाल वाली घटना के संदर्भ में जनरल रावत की तुलना डायर से कर दी।
चटर्जी ने न्यूज पोर्टल 'द् वायर' के लिए लिखे एक लेख में लिखा है कि कश्मीर ‘जनरल डायर मोमेंट’ से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1919 में जलियांवाला बाग हत्याकांड और कश्मीर में भारतीय सेना की कार्रवाई दोनों में समानताएं हैं।
चटर्जी ने कश्मीर में पत्थरबाज को जीप से बांधने वाले मेजर लितुल गोगोई की प्रशंसा करने पर आर्मी चीफ के बयान से नाराजगी जताते हुए कहा कि कश्मीर में कुछ वैसे ही हालात हैं जैसे अंग्रेजों के दौर में थे।
हालांकि इस मुद्दे पर चटर्जी की आलोचना शुरू हुई तो वह अपनी बात पर अड़ गए। उन्होंने कहा, मैं जो कहना चाहता था वो मैं कह चुका हूं। मैंने अपने तर्क जितना हो सकता था उतने स्पष्ट तरीके से लिखे हैं। इसमें अब कुछ कहने के लिए नहीं है।
चटर्जी के इस लेख की तीखी आलोचना हो रही है। आर्मी के कई रिटायर्ड अफसरों ने इस लेख की कड़ी निंदा की है और अपना रोष जाहिर किया है। बता दें कि प्रोफेसर चटर्जी अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी में मानद प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं।