नई दिल्ली। भारत में जल्द ही लंदन और न्यूयॉर्क की तरह नदी के नीचे मेट्रो दौड़ेने लगेगी। इस तरह का देश में यह पहला प्रोजेक्ट कोलकाता में पूरा होने जा रहा है। हुगली नदी के नीचे टनल का काम अगले सप्ताह तक पूरा कर लिया जाएगा। इस टनल के जरिए हावड़ा और कोलकाता के बीच मेट्रो कनेक्टिविटी शुरू होगी। कोलकाता में 16.6 किलोमीटर लंबे ईस्ट-वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए नदी के नीचे बना यह टनल बहुत अहम है। 520 मीटर लंबे दोहरे टनल को नदी की सतह के 30 मीटर नीचे बनाया गया है।
टनल बनाने में खर्च हुए 60 करोड़ रुपए
नदी के नीचे टनल बनाने में 60 करोड़ रुपए का खर्च आया, जबकि ईस्ट-वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट पर कुल 9,000 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक टनल का काम पिछले साल अप्रैल में शुरू हुआ था और जल्द ही पूरा होने जा रहा है।
ईस्ट-वेस्ट मेट्रो अगस्त 2019 में शुरू होना प्रस्तावित है। अधिकारी के मुताबिक इस टनल में आपातकालीन सेवा के लिए वैकल्पिक रास्ता भी बनाया गया है। हुगली नदी के अलावा मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन रेल कॉरिडोर पर भी समुद्र के नीचे 7 किलोमीटर लंबा सुरंग बनना है।
80 किमी प्रति घंटा होगी रफ्तार
हावड़ा और महाकरन मेट्रो स्टेशन के यात्री 1 मिनट के लिए नदी के नीचे से गुजरेंगे। टनल में मेट्रो की रफ्तार 80 किमी प्रति घंटा होगी। इस रूट पर मेट्रो 10.6 किलोमीटर का सफर टनल के जरिए करेगी, जिसमें नदी के नीचे बना 520 मीटर का टनल भी शामिल है।