नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार दोपहर को पीएम नरेंद्र मोदी से मिले। बिहार के मुख्यमंत्री को पीएम भोज में आमंत्रित किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत यात्रा पर आए मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के सम्मान में दोपहर के भोज का आयोजन किया था। इस दौरान दोनों नेता बड़ी ही गर्मजोशी से एक-दूसरे से मिले।
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के भोज में हिस्सा नहीं लेने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर अटकलों का दौरा गर्म हो गया है। सोनिया गांधी ने शुक्रवार दोपहर विपक्षी दलों के लिए भोज का आयोजन किया था, जिसमें जदयू का प्रतिनिधित्व शरद यादव और केसी त्यागी ने किया। उस बैठक में नीतीश की अनुपस्थिति साफ तौर पर दिखाई पड़ी।
जदयू और भाजपा के बीच गठबंधन की अटकलों का बाजार गर्म होता रहा है। हालांकि, नीतीश इसका बार-बार खंडन करते रहे हैं। जदयू ने भाजपा के साथ अपना 17 साल पुराना गठबंधन तब तोड़ लिया था जब भाजपा ने नरेंद्र मोदी को 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था।
इस तरह की अटकलों को राजद प्रमुख लालू प्रसाद के खिलाफ चारा घोटाला के चार मामलों में मुकदमा चलाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले और लालू और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार के नए आरोपों के बाद और बल मिला है।
नीतीश कुमार बिहार में जदयू-राजद-कांग्रेस महागठबंधन सरकार के नेता हैं। मुख्यमंत्री ने राजद प्रमुख और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ आरोपों पर चुप्पी साध रखी है। उन्होंने सिर्फ इतना कहा है कि उनकी जांच केंद्र सरकार को करानी है।