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मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर जानें क्‍या है जनता का मूड...कितने सही साबित हुए ये पांच फैसले

By Dabangdunia News Service | Publish Date: May 24 2017 11:13AM | Updated Date: May 24 2017 3:42PM
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नई दिल्ली। देश के 10 लाख लोगों की राय है कि लोकसभा के आमचुनाव अगर तुरंत करवा दिए जाएं तो नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजग का सत्ता में वापसी करना तय है। भाजपा के लिए यह उम्मीद भरी तस्वीर सामने आई है राष्ट्रीय हिंदी दैनिक ‘नवभारत टाइम्स’ और टाइम्स इंटरनेट लिमिटेड की नौ अन्य वेबसाइटों पर किए गए आॅनलाइन पोल में। 

सर्वे में भाग लेने वाले करीब 10 लाख लोगों ने सरकार के कामकाज पर संतोष जताया है। यह पोल केंद्र सरकार के तीन साल पूरे होने पर जनता का मूड जानने के लिए करवाया गया था। अधिकतर सवालों पर लोगों की प्रतिक्रियाएं जहां मोदी सरकार के लिए राहत भरी हैं, वहीं कुछ मुद्दों पर लोग संतुष्ट नहीं हैं। लोगों ने आतंकवाद, कश्मीर और नक्सलवाद जैसे संवेदनशील मुद्दों पर सरकार के प्रदर्शन पर नाखुशी जताई है।
 
71 फीसदी लोगों ने माना बढ़िया रहा कार्यकाल
सर्वे में भाग लेने वाले 74 फीसदी लोगों का मानना है कि तीन साल बाद भी प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता लगातार बढ़ी है। इसी के साथ 71 प्रतिशत लोगों ने मोदी के कार्यकाल को बढ़िया, 18 फीसदी ने कामचलाऊ और 11 प्रतिशत लोगों ने मोदी के कार्यकाल को बेकार बताया है। साल 2014 में भाजपा नेतृत्व वाले राजग ने 336 सीटें जीती थीं। उसके तीन साल बाद भी भाजपा का जलवा बरकरार है।
 
सर्वे में शामिल 49 फीसदी लोगों ने माना कि अगर अभी लोकसभा चुनाव हो जाएं तो भाजपा को 2014 से भी ज्यादा सीटें मिलेंगी। 16 प्रतिशतकी राय है कि भाजपा को 2014 के आसपास ही सीट मिलेंगी। कुल 22 प्रतिशत का कहना है कि भाजपा सत्ता में तो आ जाएगी, लेकिन 2014 जैसा जलवा नहीं रहेगा। हालांकि 13 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो मानते हैं कि आज चुनाव हुए तो भाजपा हार जाएगी।
 
सुपरहिट फैसला रहा नोटबंदी 
सर्जिकल स्ट्राइक से सरकार की वाहवाही हुई तो नोटबंदी की वजह से सरकार लगातार जनता के एक तबके और विपक्ष के निशाने पर रही। बावजूद इस सर्वे में 56 प्रतिशत लोगों की नजर में नोटबंदी ही सरकार का सबसे बड़ा फैसला रहा, जबकि सिर्फ 13 फीसदी लोगों की नजर में
सर्जिकल स्ट्राइक सबसे बड़ा फैसला रहा। 
 
कुल 7 प्रतिशत लोगों ने माना कि जनधन खाते खुलवाने और सब्सिडी सीधे खाते में ट्रांसफर करने जैसी योजनाएं मौजूदा सरकार के सबसे बड़े फैसले रहे। आजादी के बाद सबसे बड़े टैक्स सुधार के रूप में प्रचारित किए जा रहे जीएसटी को भी 15 फीसदी लोगों का समर्थन मिला है। 
 
आतंकवाद पर फ्लॉप 
45 प्रतिशत लोगों ने माना कि आतंकवाद पर लगाम कसने में सरकार फ्लॉप रही है। 33 फीसदी की नजर में सरकार नई नौकरियां पैदा नहीं कर पा रही है और 4 फीसदी ने माना है कि सरकार खेती और किसानों की दशा में सुधार नहीं कर पाई है। 
 
यहां ज्यादा काम जरूरी
65 प्रतिशत भागीदारों ने माना है कि सरकार ने भ्रष्टाचार को रोकने की दिशा में अच्छा काम किया है, लेकिन इनका यह भी मानना है कि सरकार को इस मोर्चे पर और काम करने की जरूरत है। 16 फीसदी की नजर में भ्रष्टाचार रोकने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है और 19 प्रतिशत लोगों का मानना है कि सरकार ने अपर्याप्त कदम उठाए हैं।

कुछ ने माना घटी है पॉपुलरिटी 
10% पहले जैसी
16% घटी
66% जबर्दस्त बढ़ी
 
मोदी सरकार का सबसे बड़ा फैसला क्या?
जीएसटी - 15%
जनधन खाते-डीबीटी - 7%
सर्जिकल स्ट्राइक- 13%
स्वच्छ भारत अभियान- 9%
नोटबंदी- 56%
 
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