नई दिल्ली। प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हाराव के दौर में सुर्खियों में आए विवादास्पद तांत्रिक चंद्रास्वामी का मंगलवार को यहां लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 66 वर्ष के थे। कहा जाता है कि वह नरसिम्हाराव के आध्यात्मिक गुरू थे।
जानकारी के अनुसार चंद्रास्वामी डायलिसिस पर चल रहे थे। चंद्रास्वामी पहले ज्योतिषी के रूप में जाने जाते थे लेकिन बाद में पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के करीब आने पर वह राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आ गए थे।
चंद्रास्वामी पर विदेशी मुद्रा नियमन कानून का उल्लंघन करके कई वित्तीय अनियमितताएं करने के आरोप थे। उन पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की फडिंग के भी आरोप थे। गांधी की हत्या मामले की जांच करने वाले जैन आयोग ने इस मामले में उनकी संलिप्तता बताई थी।
लंदन के एक व्यवसायी के साथ धोखाधडी के आरोपों में उन्हें 1996 में गिरफ्तार भी किया गया था। उनके खिलाफ विदेशी मुद्रा उल्लंघन यानी फेमा के कई मामले भी चले। चंद्रास्वामी का जन्म 1948 में हुआ था। चंद्रास्वामी का असली नाम नेमिचंद जैन था। वह राजस्थान के बेहरोर से ताल्लुक रखते थे।