चेन्नई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति के आवास पर सीबीआई ने छापा मारा है। सूत्रों के मुताबिक आईएनएक्स मीडिया समूह को विदेशी निवेश पर क्लीयरेंस देने के मामले में यह छापेमारी की गई है। सोमवार को इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी। चिदंबरम के घर समेत चेन्नई में 14 जगहों पर छापे मारे गए हैं। सूत्रों के मुताबिक कथित रूप से कार्ति चिदंबरम पर आरोप है कि उनकी कंपनी ने आईएनएक्स मीडिया समूह को विदेशी निवेश के मामले में क्लीयरेंस दिलाने की एवज में 2008 में रिश्वत ली थी। पी चिदंबरम कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक हैं और मनमोहन सिंह सरकार में वित्त मंत्री और गृह मंत्री रह चुके हैं। उस दौरान आईएनएक्स मीडिया पर पूर्व मीडिया टायकून पीटर मुखर्जी और पत्नी इंद्राणी मुखर्जी का स्वामित्व था जोकि अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के मामले में जेल में हैं।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक वे इस मामले की जांच कर रहे हैं कि कार्ति चिदंबरम की कंपनी को आईएनएक्स मीडिया समूह से 10 लाख रुपए मिले थे। उसके बदले में कार्ति की कंपनी ने आईएनएक्स मीडिया को चार करोड़ रुपए पाने के लिए एफआईपीबी यानी फॉरेन एक्सचेंज प्रमोशन बोर्ड क्लीयरेंस दिलाने में मदद की थी। वास्तव में आईएनएक्स को इसके जरिये चार करोड़ नहीं बल्कि 305 करोड़ रुपये मिले थे।
इस मामले में हुई छापेमारी
यह मामला आईएनएक्स मीडिया से जुड़ा है। INX मीडिया के फंड को FIPB के जरिये मंजूरी दी गई थी, उस दौरान पी. चिदंबरम विभाग के मंत्री थे। सोमवार को सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें इंद्राणी मुखर्जी, पीटर मुखर्जी और कार्ति चिदंबरम का भी नाम शामिल था. चेन्नई में पी. चिदंबरम के घर समेत कई दफ्तरों में भी छापे मारे गये हैं। बताया जा रहा है कि सीबीआई दिल्ली में भी छापे मार सकती है। यूपीए सरकार के दौरान इस मामले की जांच रुक गई थी, जिसे अब दोबारा शुरू किया गया है।
ऐसे ट्रांसफर हुए पैसे और शेयर
सूत्रों के मुताबिक, 2008 में पीटर मुखर्जी की कंपनी आईएनएक्स मीडिया की ओर से कार्ति चिदंबरम को पैसे दिये गये थे और उनकी कंपनी एडवांटेज स्ट्रेटिजिक कंसल्टिंग और उससे जुड़ी कंपनियों को शेयर अलॉट किये गये थे। पीटर मुखर्जी की आईएनएक्स मीडिया ने कैश में यह इंस्टालमेंट दिया था जो कि कई हिस्सों में दिया गया था। इस दौरान 60 लाख शेयर लंदन की एक कंपनी आर्टेविया डिजिटल यूके लिमिटेड से कार्ति की कंपनी में ट्रांसफर किये गये थे।