श्रीनगर। कुलगाम में कश्मीर के युवा सेना अधिकारी लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या में हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों का हाथ है। जम्मू कश्मीर पुलिस आतंकियों की पकड़ के लिए अपनी कार्रवाई तेज कर दी हैं। उन्होंने आतंकियों की तलाश के लिए जगह-जगह पोस्टर लगाए हैं। राज्य पुलिस ने हिज़्बुल के तीन आतंकियों की फोटो जारी करते हुए उन्हें लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या के लिए जिम्मेदार बताया है। इन तीनों के नाम गयास-उल-इस्लाम, अशफाक ठोकर और अब्बास हैं।
इससे पहले जम्मू कश्मीर पुलिस ने शक जताया था कि हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े आतंकवादियों ने सेना के युवा कश्मीरी अधिकारी लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या की होगी और इस वारदात में पुलिसकर्मियों से छीनी एक इंसास राइफल का इस्तेमाल किया गया होगा। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह भी कहा कि फयाज के शव पर प्रताड़ना का कोई निशान नहीं था। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक एसजेएम गिलानी ने कहा था, ‘हमने प्रारंभिक जांच की है। यह शोपियां में सक्रिय हिजबुल मुजाहिदीन के एक मॉड्यूल की ओर इशारा करता है।’ पुलिस को उस स्थान से एक इंसास राइफल और दो खाली कारतूस मिले हैं, जहां शोपियां में फयाज की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।
कातिलों के सिर पर इनाम
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तीन स्थानीय आतंकियों के पोस्टर जारी किये हैं। इनमें से इशफाक अहमद ठाकोर गयास-उल-इस्लाम का ताल्लुक दक्षिणी कश्मीर के पडरपुरा इलाके से है। जबकि अब्बास अहमद भट्ट नाम का आतंकी मंत्रीबाग इलाके का रहने वाला है। तीनों का ताल्लुक आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन से है। पुलिस ने उन्हें पकड़वाने में मदद करने वालों को इनाम देने का भी ऐलान किया है।
सेना का फरमान
कश्मीर के आर्मी अफसर उमर फैयाज की शहादत के बाद सेना ने अब छुट्टियों से जुड़ी गाइडलाइन्स को सख्ती से लागू करवाने का ऐलान किया है। कश्मीर से ताल्लुक रखने वाले सभी अफसरों को कहा गया है कि वो छुट्टी पर जाने से पहले लोकल यूनिट्स को जरूर सूचित करें। पहले से मौजूद हैं गाइडलाइन्स सेना के सूत्रों के मुताबिक कश्मीर वादी से ताल्लुक रखने वाले सैन्यकर्मियों के लिए छुट्टियों की गाइडलाइन्स पहले से मौजूद हैं।