नई दिल्ली। नीति आयोग ने 2024 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव को एक साथ कराने का सुझाव दिया है। आयोग ने कहा कि राज्यों और केंद्र के चुनाव एक साथ कराए जाने से सरकारी कार्यों में रुकावटें कम होंगी और साथ ही चुनाव में होने वाले खर्च में भी कमी आएगी।
6 महीने में तैयार होगी रिपोर्ट लोकसभा और विधानसभा चुनावों को एकसाथ करवाने पर 6 महीनों में रिपोर्ट तैयार होगी। इसका अंतिम खाका अगले साल मार्च तक तैयार होगा। नीति आयोग की यह सिफारिश इस लिए भी खास है, क्योंकि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पीएम मोदी भी चुनाव एक साथ करवाने वकालत कर चुके हैं।
नीति आयोग ने कहा है कि अगर सुझावों पर अमल किया जाता है तो इसमें अधिकतम एक बार की काट-छांट करनी पड़ेगी या फिर कुछ विधानसभाओं का कार्यकाल बढ़ाना पड़ सकता है। नीति आयोग ने इस मामले में चुनाव आयोग को गौर करने को कहा गया है और एकमुश्त चुनावों का रोडमैप तैयार करने के लिए संबंधित पक्षकारों का एक सूमह गठित करने की सलाह दी गई।