नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार महत्वाकांक्षी 'उड़ान' योजना (उड़े देश के आम नागरिक) की शुरूआत की है। प्रधानमंत्री ने शिमला के एयरपोर्ट जुबरहट्टी से तीन उड़ानों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है। कडप्पा-हैदराबाद, शिमला-दिल्ली, नांदेड़-हैदराबाद से सस्ती हवाई सेवा शुरू की गई है।
हवाई जहाज में हवाई चप्पल वाले दिखाई दें
बता दें कि यह योजना पूरी तरह से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (आरसीएस) पर केंद्रित है और वैश्विक रूप से अपनी तरह की पहली योजना है। पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि अब हवाई चप्पल वाले भी हवाई जहाज में होंगे। उन्होंने कहा कि उड़ान स्कीम से हिमाचल प्रदेश में टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा।
मोदी सरकार को मिला यह सौभाग्य
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में एवीएशन पॉलिसी नहीं है। आजादी के बाद पहली बार एविएशन पॉलिसी बनाने का सौभाग्य मोदी सरकार को मिला है। नई पॉलिसी के तहत हवाई यात्रा का खर्चा सिर्फ 6 या 7 रुपए किलोमीटर हो जाएगा। गौरतलब है कि इस योजना का उद्देश्य छोटे शहरों के आम नागरिकों को सस्ते दर पर हवाई सेवाएं मुहैया कराना है।
हवाई यात्रा में हवाई चप्पल नजर आना चाहिए
पीएम बोले की नांदेड़-अमृतसर-पटना साहेब के बीच विमान सेवा का रुट बने। विमान सफर इस पॉलिसी के बाद टैक्सी के सफर से भी सस्ता हो जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि हवाई चप्पल पहनने वाले सफर करें वे इसका सपना देखते हैं। उन्होंने कहा कि हवाई यात्रा में हवाई चप्पल नजर आना चाहिए।
इस बीच पीएम ने कहा कि देश में कई हवाई पट्टियां हैं, जिनका इस्तेमाल नहीं हुआ है। एविएशन विभाग को बधाई देते हुए पीएम ने कहा कि इस महत्वकांशी योजना का आरंभ हो रही है, जो बहुत कम समय में देश के लोगों को बड़े स्तर पर जोड़ेगी।
पिछले साल हुई थी योजना की घोषणा
गौरतलब है कि इस योजना की घोषणा पिछले साल अक्टूबर में नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजापति राजू और राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने की थी। उन्होंने कहा थी कि इस योजना का मकसद क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा था कि यह दुनिया में सस्ते हवाई किराए को लेकर अपनी तरह की पहली स्कीम है। हालांकि जनवरी में ही इस सेवा के शुरू होने की उम्मीद थी।
'उड़ान' योजना की खास बातें
उड़ान योजना को अक्टूबर 2016 में लॉन्च किया गया था। ये राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति (एनसीएपी) की एक प्रमुख योजना है।
- इस योजना के तहत आम नागरिक न्यूनतम 2500 रुपये में एक घंटे का सफर तय कर सकते हैं।
- सरकार की इस यजना का उद्देश्य क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देना है। ये अपने आप का ऐसी पहली योजना है।
- इस योजना में सरकार का मकसद ऐसी 45 हवाई अड्डों को जोड़ने का है जहां कम फ्लाइट्स उड़ान भरती है।
- इस योजना का शुभारंभ आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिमला के एयरपोर्ट जुबरहट्टी से करेंगे।
-ट्वीट्स के माध्यम से प्रधानमंत्री कार्यालय ने ये जानकारी दी है कि इस योजना में 500 किलोमीटर की एक घंटे की यात्रा में न्यूनतम 2,500 रुपया किराया देना होगा।
-लंबे मार्गों और उड़ान अवधि के दौरान किराए में बदलाव हो सकता है।
-एक व्यक्ति एक फ्लाइट में करीब 6 से 40 सीटें बुक करवा सकता है।
-एयरलाइंस केवल 50 फीसदी टिकट को सस्ते दामों पर बेचेंगे। बाकि के टिकट बाजार मूल्य पर ही बेचे जाएंगे।
-इस योजना के अंतर्गत, पांच कंपनियां 128 रूटों पर उड़ान सेवाएं संचालित करेगी जो पूरे देश में 70 हवाईअड्डों से जुड़ेंगी। ऑपरेटरों में स्पाइसजेट, एयर ओडिशा, एयर इंडिया की सहायक कंपनी एयरलाइन सर्विसेज, एयर डेक्कन, और टर्बो मेघा शामिल होंगे।