नई दिल्ली। कुलभूषण जाधव मामले पर अब भारत ने भी सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी तरह की द्विपक्षीय बातचीत बंद कर दी है। दोनों देशों को समुद्री सुरक्षा के लिए 17 अप्रैल को एक मीटिंग करनी थी। लेकिन भारत ने आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान को यह संदेश भेज दिया कि भारत ऐसी किसी बातचीत के लिए फिलहाल तैयार नहीं है। यह भी कहा गया कि भारत पाकिस्तान के किसी भी डेलिगेशन को यहां नहीं बुलाना चाहता। पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी (PMSA) के लोग रविवार को भारत आने वाले थे।
दोनों देशों के बीच उरी हमले के बाद से बातचीत वैसे ही बंद थी। लेकिन मार्च में दोनों देशों ने समुद्री सुरक्षा के मुद्दे पर बातचीत करके सब सुलझाने की बात सोची थी। लेकिन कुलभूषण जाधव को फांसी देने के ऐलान ने सब फिर से पहले जैसा कर दिया। तब से अबतक दोनों देशों के बीच बस सिंधू पानी समझौते को लेकर बातचीत हुई है। उसके लिए भारतीय डेलिगेशन पाकिस्तान गया था।
रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि जब पाकिस्तान ने सभी अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों को ताक पर रखकर कुलभूषण जाधव को फांसी देने का फैसला किया है तो भारत की तरफ से अब कोई बातचीत नहीं की जाएगी। अगर 17 अप्रैल को PMSA से बातचीत होती तो उरी हमले के बाद भारत आने वाला वह पहला पाकिस्तानी डेलिडेशन होता।