नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत जल्द अपने कैबिनेट में फेरबदल कर सकते है। माना जा रहा है कि 12 अप्रैल को पार्लियामेंट का सेशन खत्म होने के तुरंत बाद वे इसका फैसला ले सकते हैं। इस फेरबदल में कुछ नए चेहरों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। इस दौरान मंत्रिमंडल में जहां कुछ नए चेहरे शामिल हो सकते हैं, वहीं कुछ मंत्रियों के विभाग बदले जाएंगे।
वसुंधरा राजे बन सकती हैं विदेश मंत्री
बताया जा रहा है कि मोदी मंत्रिमंडल में जिस चौंकाने वाले बदलाव को लेकर चर्चा है, वह है राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करना। भाजपा के एक धड़े की मानें तो वसुंधरा राजे को सुषमा स्वराज के स्थान पर विदेश मंत्री बनाया जा सकता है। सुषमा स्वराज पिछले दिनों काफी बीमार रहीं हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि विदेश मंत्री के तौर पर वसुंधरा राजे को राजस्थान से दिल्ली बुलाया जा सकता है।
कौन बनेगा रक्षामंत्री?
कौन लेगा मनोहर पर्रिकर की जगह पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरान पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को गोवा भेजे जाने के बाद चर्चा थी कि रेल मंत्री सुरेश प्रभु को रक्षा मंत्रालय सौंपा जा सकता है, लेकिन अब यह तय माना जा रहा है कि उनका विभाग नहीं बदला जाएगा। फिलहाल वित्त मंत्री अरुण जेटली रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं। सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रक्षामंत्री के तौर पर किसी नए चेहरे को मंत्रिमंडल में शामिल करने पर विचार कर रहे हैं।
ओम माथुर बनेंगे सीएम
रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी महासचिव ओम माथुर को वसुंधरा राजे की जगह राजस्थान का सीएम बनाया जा सकता है। इस बात की चर्चा है कि यूपी का सीएम बनने से चूक गए मनोज सिन्हा का भी आगामी फेरबदल में प्रमोशन हो सकता है। मनोज सिन्हा अभी दूरसंचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं। संभावना है कि पीएम मोदी के करीबी मनोज सिन्हा को कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है।
कलराज मिश्रा की होगी छुट्टी
पीएम मोदी के कैबिनेट फेरबदल में केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्रा के लिए बुरी खबर भी आ सकती है। चर्चा है कि 75 साल से अधिक उम्र वाले नेताओं को सक्रिय राजनीति से दूर रहने की पीएम मोदी की नीति की गाज उन पर गिर सकती है और उन्हें किसी राज्य का राज्यपाल बनाकर मंत्रिमंडल से विदा किया जा सकता है।
जुलाई में किया था फेरबदल
आपको बता दें, पीएम मोदी ने पिछले साल जुलाई में फेरबदल किया था। तब एचआरडी मिनिस्टर रहीं स्मृति ईरानी को टेक्सटाइल और सदानंद गौड़ा को लॉ से हटाकर स्टैटिसटिक्स मिनिस्ट्री की जिम्मेदारी दी गई थी।