जम्मू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर देश की सबसे लंबी सड़क सुरंग को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने रिमोट का बदन दबाकर सबसे लंबी चिनैनी-नाशरी सुरंग का उद्घाटन किया। उस वक्त उनके साथ प्रदेश की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी मौजूद थीं। उद्घाटन के बाद पीएम ने मोदी ने सुरंग का जायजा भी लिया।
इससे पहले प्रधानमंत्री अपने विशेष विमान से दोपहर करीब ढाई बजे इलाहाबाद से उधमपुर एयर स्टेशन पहुंचे। उन्हें वहां से एयरफोर्स के एमआई-17 हेलीकॉप्टर से चिनैनी लाया गया। इस टनल के खुलने से जम्मू और श्रीनगर के बीच की दूरी 30 किलोमीटर कम हो जाएगी। बारिश और बर्फबारी के दिनों में हाईवे बंद होने की समस्या से भी लोगों को निजात मिलेगी। सुरंग के शुभारंभ के बाद मोदी उधमपुर जिले के बटटल बलियां में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
यह देश की सबसे लंबी सुरंग है। इससे जम्मू और कश्मीर के बीच की दूरी 41 किलोमीटर कम हो जाएगी। करीब ढाई घंटे की बचत होगी और करीब 30 लाख रुपए ईंधन की महीने में बचत होगी सो अलग। इस टनल की लबाई है 9.2 किलोमीटर। विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों में आरएफएंडएफएस ट्रांसपोर्ट नेटवर्क लिमिटेड ने देश की सबसे बड़ी सड़क परिवहन टनल का निर्माण रिकॉर्ड साढ़े चार साल में किया है।
इसका नाम चनैनी-नाशरी टनल रखा गया है क्योंकि यह जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर चनैनी से शुरू होकर नाशरी नामक स्थान पर जाकर खुलती है। 286 किलोमीटर लंबी जम्मू-श्रीनगर चार लेन राजमार्ग वाली परियोजना का यह हिस्सा 9.2 किलोमीटर लंबी दोहरी ट्यूब सुरंग पर 23 मई 2011 मे शुरू हुआ। इस सुरंग मार्ग पर 3,720 करोड़ रुपए की लागत आई है।
1200 मीटर की ऊंचाई पर बने इस सुरंग में दो समानातंर ट्यूब हैं। मुख्य ट्यूब का व्यास 13 मीटर है और सुरक्षा ट्यूब या निकास ट्यूब का व्यास छह मीटर है। दोनों ट्यूब में 29 जगहों पर क्रॉस पैसेज है। मुख्य ट्यूब में हर 8 मीटर पर ताजा हवा के लिए इनलेट बनाए गए हैं। हवा बाहर जाने के लिए हर 100 मीटर पर आउटलेट बनाए गए हैं। सुरंग में हर 150 मीटर पर एसओएस बॉक्स लगे हैं। आपातकालीन स्थिति में यात्री इनका इस्तेमाल हॉट लाइन की तरह कर सकेंगे। आईटीसीआर से मदद पाने के लिए यात्रियों को एसओएस बॉक्स खोलकर बस 'हैलो' बोलना होगा। एसओएस बॉक्स में फर्स्टएड का सामान और कुछ जरूरी दवाएं भी होंगी ताकि किसी तरह का हादसा होने पर उन्हें तुरंत जरुरी मदद मिल सके।
आपको यह बता दें कि जम्मू से कश्मीर जाने वाले वाहनों को इस टनल से गुजरना काफी सस्ता पड़ेगा क्योंकि पहले चनैनी से नाशरी तक के 41 किमी लंबे रास्ते काफी टेढ़े मेढ़े और जबरदस्त चढ़ाई वाले थे जिस पर वाहन चलाना काफी मुश्किल होता था। साथ में औसतन तीन लीटर पेट्रोल खर्च भी होता था लेकिन अब यह सफर मात्र 55 रूपये में होगा जिसमें वक्त के साथ साथ ईंधन की भी बचत होगी।