नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। इसके साथ ही पिछले कुछ वक्त से दबे पड़े अखिलेश का दर्द भी सामने आ गया। अखिलेश यादव ने कहा है कि पारिवारिक कलह के चलते कांग्रेस के साथ गठबंधन का फैसला लिया गया है।
...तो नहीं होता गठबंधन
एक अंग्रेजी अखबार के साथ बातचीत में अखिलेश ने कहा कि समय और परिस्थितियों ऐसी थी कि गठबंधन जरूरी था। हालांकि कांग्रेस कमजोर थी लेकिन अब समाजवादियों से ये दोस्ती भी सही है। इसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे। यदि परिवार में झगड़ा सामने नहीं आता तो शायद गठबंधन पर फैसला नहीं हुआ होता।
हम दोनों एक जैसा सोचते हैं
अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन का फैसला अच्छा है और राहुल गांधी के साथ व्यक्तिगत समझदारी भी अच्छी है। हम एक उम्र के हैं और एक जैसे सोचते हैं। हम चाहते हैं कि देश और राज्य का विकास हो। हम एक साथ हैं और अच्छी समझ रखते हैं।
मोदी-अमित शाह से देश के लिए खतरा
यूपी के सीएम ने माना कि पहले दोनों दलों (सपा और कांग्रेस) के बीच खटास रही हैं, लेकिन आज समय बदल गया है। हमें देश की धर्मनिरपेक्षता को बचाने के लिए साथ खड़ा होना है। पीएम मोदी-अमित शाह जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं उससे देश को खतरा है।
इसलिए हुई गठबंधन में देरी
कांग्रेस के साथ गठबंधन के फैसले में देरी से जुड़े सवाल पर अखिलेश ने कहा कि हमें कई फैसले अंतिम समय में लेने पड़ते हैं। अखिलेश ने कहा कि शुरुआत में हमारे परिवार में कुछ समस्याएं थी और इसमें काफी वक्त बेकार हो गया। जिस वजह से गठबंधन के फैसले में देरी हुई।
गठबंधन में शिवपाल की कोई भूमिका नहीं
उधर, शिवपाल यादव ने आज सपा-कांग्रेस गठबंधन पर निशाना साधा और कहा कि वे कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि इस गठबंधन में मेरी कोई भूमिका नहीं है।