नई दिल्ली। आय से अधिक संपत्ति मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद वी.के. शशिकला बुधवार को जेल चली गईं। जेल में पहली रात उन्होंने जमीन पर सोकर बिताई। खाने में उन्हें दो रोटी, एक कप चावल और सांभर दिया गया। इसके अलावा शशिकला को बटर मिल्क भी मिला। शशिकला को तीन नीली साड़ियां दी गईं। नीली साड़ियां इस जेल में महिला कैदियों की पोशाक होती है।
सोने के लिए मिली चटाई
शशिकला को दूसरे कैदियों की तरह ही प्लेट और पानी पीने का मग मिला। वीआईपी होने के नाते उन्हें 24 घंटे की सुरक्षी मुहैया कराई गई है। शाम 7 बजे उन्हें डिनर दिया गया जिसमें उन्हें जेल में मिलने वाला खाना दिया गया। शशिकला को सोने के लिए चटाई, एक कंबल और एक तकिया दिया गया।
शशिकला की नहीं पहचान 9435
बेंगलुरू सेंट्रल जेल में उनकी नई पहचान कैदी नंबर 9435 है। यहां पर उनको मोमबत्ती और अगरबत्ती बनाने का काम दिया गया है। 2014 में शशिकला जब दिवंगत जयललिता के साथ जेल गई थीं तब उन्हें कैदी नंबर 7403 मिला था। शशिकला को जिस सेल में रखा गया है, उसमें पहले से ही दो महिला कैदी हैं।
...और फिर राजनिति में लौटेंगी शशिकला
शशिकला के वकील ने कहा कि वे अब सजा के खिलाफ अपील नहीं करेंगी। वे पूरी सजा काटेंगी और फिर राजनीति में लौटेंगी। गौरतलब है कि आय से अधिक संपत्ति मामले में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने शशिकला को चार साल कारावास की सजा सुनाई है।