नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों पर पथराव करने वालों को सख्त चेतावनी दी है। बुधवार को सेना प्रमुख ने कहा कि मुठभेड़ के दौरान सेना के ऑपरेशन में बाधा पहुंचाने वाले और सहयोगी रुख नहीं अपनाने वालों को आतंकवादियों के जमीनी कार्यकर्ता के तौर पर माना जाएगा। सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि जो स्थानीय लोग आतंकवाद को जारी रखना चाहते हैं और पाकिस्तान के साथ-साथ ISIS के झंडे लहरा रहे हैं उन्हें हम देशद्रोही के तौर पर देखेंगे और उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
सेना प्रमुख ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद आतंकवादियों के मददगार लोगों को चेतावनी दी। इससे पहले दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद होने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी। वहीं, मंगलवार के एनकाउंटर में शहीद होने वाले राइफलमैन रवि कुमार का सांबा में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया।
मंगलवार को कश्मीर में 2 अलग-अलग जगहों पर आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक मेजर समेत सेना के 4 जवान शहीद हो गए। सेना ने 4 आतंकियों को भी मार गिराया। मुठभेड़ में एक सिविलियन और सेना के 8 दूसरे जवान घायल हुए। कुपवाड़ा में एनकाउंटर में सुरक्षा बलों ने एक घर में छिपे हुए 3 आतंकियों को ढेर कर दिया था।
इस मुठभेड़ में घायल हुए मेजर एस. दहिया बाद में शहीद हो गए। इससे पहले मंगलवार सुबह बंदीपुरा जिले के हाजीन इलाके में भी सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। सुरक्षा बलों को इलाके में आतंकवादियों के होने की सूचना मिली थी जिसके बाद उस इलाके को खाली करा दिया गया। तभी छिपे हुए आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी जिसमें 10 जवान घायल हो गए। बाद में 3 जख्मी जवान शहीद हो गए।