दिल्ली, तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत जयललिता का पीछा अदालत ने मौत के बाद भी नहीं छोड़ा. इससे साबित हुआ की आदमी भले मर जाता है, पर उसके कर्म उसका पीछा नहीं छोड़ते हैं. शशिकला को सजा सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने जयललिता को आय से अधिक संपत्ति मामले में दोषी माना.
शशिकला के साथ उनके चार रिश्तेदारों को भी सजा सुनाई गई है. जयललिता के निधन के वजह से कोर्ट ने उन्हें सजा नहीं सुनाई, पर जया पर अदालत ने की तीखी टिप्पणी.
फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जयललिता और शशिकला साजिश में शामिल हुईं। पब्लिक सर्वेंट होते हुए भी जयललिता ने आय से ज्यादा संपत्ति हासिल की। इसे शशिकला ने दूसरे लोगों को बांट दिया। कोर्ट ने कहा कि जयललिता के अकाउंट से शशिकला के अकाउंट में राशि का ट्रांफर यह साबित करता है कि इसमें सभी आरोपियों की सामूहिक भूमिका थी।