नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट पेश कर दिया है। इस बजट को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार का शेर-ओ-शायरी वाला बजट बताया तो केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस बजट को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा आने वाले दिनों में इसका असर दिखेगा।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बजट पेश करने पर ही सवाल उठाते हुए कहा- हर साल बजट पेश करने की जरूरत ही क्या है? क्या बजट में हर साल किए जाने वाले वादे पूरे किए जाते है?
कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी ने राजनीतिक पार्टियों के चंदे पर कहा- वे (भाजपा) यूपी में चुनाव कैसे लड़ रहें हैं। क्या उन्हें चेक और डिजिटल पेमेंट के जरिए चंदा मिलता है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बजट को ऐतिहासिक बताया और कहा इस बजट के बाद छोटे व्यापारियों को वैश्विक बाजार में अपनी पहचान बनाने में मदद होगी। इस बजट से हमारे कालेधन के खिलाफ लड़ाई दिखती है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है - प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में राजनीतिक दलों में पारदर्शिता देने के वादे को पूरा किया। यह बजट महिलाओं और गरीबें का है।
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर सी रंगराजन ने इस बजट को एक सामान्य बजट बताया।
यूनियन मिनिस्टर अनंत कुमार ने कहा- 2017 का बजट परिवर्तनकारी है। यह पूरी राजनीतिक व्यवस्था में सफाई की दिशा में उठाया गया एक कदम है, हम इसका स्वागत करते हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा- रोजगार सृजन, कृषि विकास दर, सोशल सेक्टर, स्वास्थ्य, मैन्युफैक्चरिंग में ग्रोथ जीरो।