नई दिल्ली। भारत में रूस के राजदूत अलेक्जेंडर कदाकिन का गुरूवार को निधन हो गया। कदाकिन 68 वर्ष के थे। वह पिछले काफी समय से बीमार थे और अस्पताल में भर्ती रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सुबह 8:56 बजे हॉर्ट फेल हो जाने से उनका निधन हो गया।
हाल ही रूसी दूतावास में आयोजित रूसी दिवस के मौके पर भी कदाकिन चलने फिरने एवं मेहमानों से बात करने में कठिनाई अनुभव कर रहे थे। भारत रूस मैत्री के प्रबल पैरोकार श्री कदाकिन रूसी राजनयिक सेवा में 1972 में आए और सेवा के 21 साल भारत में रूसी मिशन के विभिन्न पदों पर रहे। उनकी ताजा नियुक्ति 2009 में हुई थी। इससे पहले वह 1999 से 2004 के बीच भी भारत में रूस के राजदूत रहे।
धाराप्रवाह एवं शुद्ध हिन्दी के ज्ञान से सबको चकित कर देने वाले कदाकिन स्वयं को पूरा रूसी आधा हिन्दुस्तानी मानते थे। भारत के समूचे राजनीतिक जगत में उनके बहुत से दोस्त हैं और भारत में उन्हें सर्वाधिक सम्मानित राजदूत माना जाता रहा है। रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के अत्यंत विश्वासपात्र श्री कदाकिन का भारत और रूस के बीच गहरे एवं सशक्त द्विपक्षीय संबंधों में अविस्मरणीय योगदान रहा है।