नई दिल्ली। संसद की लोक लेखा समिति ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया गवर्नर उर्जित पटेल को नोटिस भेजकर नोटबंदी से जुड़े 10 सवालों के जवाब मांगे हैं। इसके अलावा उन्हें 20 जनवरी से पूर्व समिति के समक्ष पेश होने को भी कहा है। समिति ने पटेल से नोटबंदी का फैसला लेने में केंद्रीय बैंक की भूमिका, इसके अर्थव्यवस्था पर प्रभाव के बारे में जानना चाहा है।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक ये सवाल 30 हैं...
1. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सदन में कहा है कि नोटबंदी का फैसला आरबीआई और इसके बोर्ड ने लिया। सरकार ने इस सलाह पर निर्णय लिया. क्या आप सहमत हैं?
2. आरबीआई ने कब तय किया कि नोटबंदी भारत के हित में हैं?
3. रातों-रात 500 और 1000 के नोट बंद करने के पीछे आरबीआई ने क्या तर्क पाए?
4. कितने नोट बंद किए गए और कितनी पुरानी करेंसी जमा हुई?
5. आरबीआई आरटीआई के तहत मांगी जाने वाली जानकारी क्यों नहीं दे रहा?
6. आरबीआई के अनुसार भारत में सिर्फ 500 करोड़ रुपये की जाली करेंसी है। जीडीपी के मुकाबले भारत में नकद 12 फीसदी था, जो कि जापान (18%) और स्विट्जरलैंड (13%) से कम है। भारत में मौजूद नकदी में उच्च मूल्य के नोटों का हिस्सा 86% था, लेकिन चीन में 90% और अमेरिका में 81% है। ऐसी क्या चिंताजनक स्थिति थी कि नोटबंदी का फैसला लिया गया?
7. 8 नवंबर को होने वाली आपातकालीन बैठक के लिए आरबीआई बोर्ड सदस्यों को कब नोटिस भेजा गया था? उनमें से कौन इस बैठक में आया? कितनी देर यह बैठक चली?
8. नोटबंदी की सिफारिश करते हुए क्या आरबीआई ने स्पष्ट किया था कि 86 प्रतिशत नकदी अवैध होगी? कितने समय में व्यवस्था पटरी पर लौट सकेगी?
9. फैसले के बाद बैंकों से 10000 रुपये प्रतिदिन और 20000 रुपये प्रति सप्ताह निकासी की सीमा तय की गई। एटीएम से 2000 रुपये प्रतिदिन की सीमा तय की गई। किस कानून और शक्तियों के तहत लोगों पर अपनी ही नकदी निकालने की सीमा तय की गई? करेंसी नोटों की सीमा तय करने की ताकत आरबीआई को किसने दी? क्यों न आप पर मुकदमा चलाया जाए और शक्तियों का दुरुपयोग करने के लिए पद से हटा दिया जाए?
10. इस दौरान आरबीआई के नियमों में बार-बार बदलाव क्यों हुए? उस आरबीआई अधिकारी का नाम बताएं जिसने निकासी के लिए लोगों पर स्याही लगाने का विचार दिया? शादी से जुड़ी निकासी वाली अधिसूचना किसने तैयार की? अगर यह सरकार ने किया था तो क्या अब आरबीआई वित्त मंत्रालय का एक विभाग है?