नई दिल्ली। नए सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने रविवार को अपनी नई पारी की शुरूआत करते हुए विश्वास जताया कि सेना के हित को ध्यान में रखते हुए वरिष्ठ अधिकारी उनके साथ मिलकर काम करेंगे।
अमर जवान ज्योति में श्रद्धांजलि अर्पित करने और गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के बाद जनरल रावत ने कहा कि सेना प्रमुख के रूप में नियुक्ति सरकार का निर्णय है। उन्होंने विश्वास जताया कि सेना के हित में ध्यान रखते हुए उनके वरिष्ठ अधिकारी उनके साथ मिलकर काम करेंगे।
पाकिस्तान के बारे में पूछने पर सेना प्रमुख ने कहा "हमारी सेना देश और उसकी सीमाओं पर शांति चाहती है लेकिन इसका यह अर्थ नहीं निकालना चाहिए कि हम कमजोर है। उन्होंने कहा कि सेना सीमा पर शांति बनाए रखेगी। लेकिन जरूरत पड़ी तो ताकत दिखाने में पीछे नहीं हटेंगे।
पूर्वी सेना कमांडर प्रवीण बक्सी की वरीयता की अनदेखी करके सरकार ने जनरल रावत को नए सेना प्रमुख के रूप में नियुक्त करने पर कल स्पष्ट किया कि वह कामन का नेतृत्व जारी रखेंगे। उन्होंने नए सेना प्रमुख को कार्यभार ग्रहण करने पर बधाई दी।
जनरल रावत को उनके वरिष्ठ लेफ्टिनेंट जनरल और लेफ्टिनेंट जनरल पी एम हरीज की अनदेखी करके सरकार ने उन्हें सेना प्रमुख नियुक्त किया है। उन्होंने कल साउथ ब्लॉक में आयोजित समारोह में जनरल दलबीर सुहाग से सेना प्रमुख का पदभार संभाल लिया।