नई दिल्ली। नोटबंदी और पीएम मोदी पर लगाए गए निजी भ्रष्टाचार के आरोपों पर विपक्षी एकजुटता की कोशिशों को झटका लगा है। सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा है कि उनकी पार्टी विपक्ष की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं होगी। केवल सीपीएम ही नहीं जेडीयू और एनसीपी के भी जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने की संभावना कम ही है। जेडीयू ने विपक्षी पार्टियों की मीटिंग से पहले कॉमन एजेंडा होने की बात कही है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि कांग्रेस ने नोटबंदी और पीएम पर निजी भ्रष्टाचार के आरोपों के मुद्दों पर विपक्ष की बैठक बुलाई है। जयराम रमेश ने बताया कि यह बैठक मंगलवार को दिल्ली में होनी है। दरअसल इस बैठक के पीछे सोनिया गांधी की अहम भूमिका मानी जा रही है। राहुल गांधी के नेतृत्व में हाल में ही कांग्रेस नेताओं की पीएम से मुलाकात के बाद विपक्षी एकता में दरार की खबरें सामने आने लगी थीं। दूसरी विपक्षी पार्टियों ने राहुल और कांग्रेसी नेताओं की पीएम से इस मुलाकात पर नाखुशी जाहिर की थी। इसी के बाद सोनिया गांधी ने एकजुटता के लिए पहल शुरू की थी।
गरीबों का पैसा खींचो और अमीरों को सींचो
बारां। राजस्थान के बारां में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि पीएम मोदी पहले कहते थे नोटबंदी का फैसला आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई है और फिर कहा कि यह कदम कैशलैस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। उन्होंने कहा कि पेटीएम का मतलब है पे टू मोदी जी। पीएम ने कहा था कि वह काला धन वापस लाएंगे और उसे गरीब लोगों पर बांट देंगे, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी कथा ही बदल दी। राहुल गांधी ने इस सभा में कहा कि देश में हर रोज किसान आत्महत्या कर रहे हैं लेकिन सरकार किसानों की मांग पर बिल्कुल ध्यान नहीं देती है। यह सरकार गरीबों का पैसा खींचो और अमीरो को सींचो के नारे पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के चोर सबसे होशियार होते हैं, ये एक प्रतिशत लोग अपना काला धन कैश में नहीं रखते हैं, रियल एस्टेट में, स्विस बैंक में रखते हैं।
लालू यादव के बाद अब उनकी बेटी मीसा भी उतरीं नोटबंदी के विरोध में
पटना। नोटबंदी के फैसले के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनका पूरा परिवार सोशल मीडिया पर मुखर है। लालू की बेटी भीसा भारती ने पी. चिदंबरम द्वारा उठाए गए सवाल को रिट्वीट करते हुए कहा कि आखिर एक बालिग लड़की को यह बताने के लिए के लिए क्यों मजबूर किया जाए कि उसने लांजरी यानी ब्रा-पैंटी खरीदी है या जूते? या एक लड़का यह बताने के लिए क्यों मजबूर हो कि उसने तंबाकू खरीदी या शराब।