हैदराबाद। एनआईए कोर्ट ने मंगलवार को यासीन भटकल समेत पांच आतंकियों को 2013 में हैदराबाद के दिलकुशनगर में हुए दोहरे बम ब्लास्ट मामले में दोषी ठहराया है। कोर्ट सजा का ऐलान 19 दिसंबर को करेगा।
ब्लास्ट के मामले में इंडियन मुजाहिदीन के 5 आतंकियों यासीन भटकल, असदुल्लाह अख्तर, तहसीन अख्तर, जिया-उर-रहमान, एजाज शेख और रियाज भटकल पर केस दर्ज किया गया था। इनमें से रियाज अभी भी फरार है।
देश में ऐसा पहली बार हुआ है, जब इंडियन मुजाहिद्दीन के किसी आतंकी को किसी भी मामले में दोषी पाया गया है। कोर्ट ने 21 नवंबर तक अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। ये सभी आरोपी फिलहाल चेरापल्ली जेल में बंद हैं।
बात दें कि, शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके दिलकुशनगर में 21 फरवरी, 2013 को कोंणार्क और वेनकताद्री सिनेमा के निकट दो जबर्दस्त ब्लास्ट हुए थे जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई थी और 131 अन्य घायल हो गए थे।
कौन है यासिन भटकल?
यासीन भटकल का जन्म 1983 में कर्नाटक के भटकल में हुआ था। यासिन को मोहम्मद अहमद सिद्धीबप्पा के नाम से भी जाना जाता है। यासिन दिल्ली सीरियल ब्लास्ट का मास्टरमाइंड रहा है।
वह मुंबई लोकल, बैंगलोर, जयपुर, वाराणसी, सूरत में हुए बम धमाके का भी आरोपी रहा है। 13 जुलाई, 2011 को मुंबई के ओपेरा हाउस, जावेरी बजार और दादर पश्चिम में हुए 3 सीरियल बम ब्लास्ट में भी वह आरोपी है।
बम बनाने में माहिर यासीन पर मुंबई पुलिस और एनआईए ने 10-10 लाख का इनाम भी रखा था। यासीन को सितंबर, 2013 में नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया गया था।