कठुआ। गृह मंत्री राजनाथ सिंह शहीदी दिवस कार्यक्रम के मौके पर जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं। इस दौरान कठुआ में पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि भले ही पाकिस्तान ने चार-चार बार हिंदुस्तान पर हमला किया हो लेकिन हर बार भारत के जवानों ने उनके दांत खट्टे कर दिए हैं। इतना ही नहीं राजनाथ ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अभी तो पाकिस्तान के दो टुकड़े हुए हैं अगर वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो शायद उसके 10 टुकड़े हो जाएं।
राजनाथ ने कहा, हमारे प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तानी नवाज शरीफ आने का निमंत्रण दिया। हमने उन्हें यहां हाथ मिलाने को नहीं बल्कि अच्छे रिश्तों में सुधार के वास्ते बुलाया। लेकिन हमें उरी, गुरुदासपुर और पठानकोट दिया है. पाकिस्तान ने लगातार हमले किए हैं, लेकिन भारत ने पहली गोली नहीं चलाई।
ISIS से भारत को कोई खतरा नहीं
राजनाथ ने कहा कि मैं पाकिस्तान गया लेकिन वहां मेरे विरोध में कई प्रदर्शन किए गए। उन लोगों को क्यों नहीं रोका गया? इसके बावजूद मैं वहां गया और भारत के नजरिए को रखा। इस मौके पर उन्होंने इस बात से इनकार किया कि आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठन से भारत किसी तरह का खतरा है।
दोस्ती के बदले मिला सीजफायर उल्लंघन
अपने संबोधन में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व प्रधानंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए कहा कि कारगील की लड़ाई के बाद भी अटल जी ने पाक की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया था। लेकिन पाक ने उसके बदले क्या किया? सीजफायर का उल्लंघन।
रिश्ते सुधारने के बदले नहीं खाएंगे गोली
गृह मंत्री ने कहा कि भारत पाकिस्तान को अपना परिवार मानता है लेकिन ऐसा नहीं है कि रिश्ते सुधारने की एवज में हमारे जवान गोलियां खाते रहेंगे। उन्होंने कहा, पाकिस्तान के अधिकारी मुझसे नई दिल्ली में मिले और मैंने उनसे कहा कि हम बॉर्डर पर उन पर फायरिंग नहीं करेंगे, हम उन्हें हमारा परिवार मानते हैं क्योंकि बंटवारे से पहले हम एक थे लेकिन अगर आपकी तरफ से गोलबारी हुई तो हम भी नहीं छोड़ेंगे और गोलियों की गिनती नहीं करेंगे।