नई दिल्ली। संसद की कार्यवाही गुरुवार को एक बार फिस हंगामें के साथ शुरू हुई लेकिन इस बार मुद्दा नोटबंदी नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विमान की इमरजेंसी लैडिंग का मामला संसद में गूंजा। बुधवार को ममता बनर्जी के विमान में ईंधन खत्म होने की बात को लेकर टीएमसी ने संसद में खूब हंगामा किया।
टीएमसी सांसद संदीप बंदोपाध्याय ने इस मुद्दे को लोकसभा में उठाते हुए कहा कि इंडिगो विमान में ईंधन खत्म होने के बाद भी उसे उतरने की अनुमति नहीं मिली। वो आसमान में आधे घंटे तक घूमता रहा। यह एक साजिश है।
दरअसल कोलकाता स्थित एनएससीबीआई हवाईअड्डे पर बुधवार रात निजी एयरलाइन कंपनी का एक विमान आधे घंटे से अधिक समय तक शहर के आसमान में चक्कर लगाता रहा जिसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सवार थीं। इस पर तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी को मारने का एक षड्यंत्र था।
हवाईअड्डा अधिकारियों ने कहा कि विमान ने पटना से निर्धारित समय से एक घंटे देरी से शाम सात बजकर 35 निनट पर उड़ान भरी और यहां तकनीकी कारणों से आसमान में आधे घंटे से अधिक समय तक चक्कर लगाने के बाद रात नौ बजे से कुछ समय पहले उतर गया। अधिकारियों ने कहा कि किसी भी हवाईअड्डे पर एेसी घटना कोई नई बात नहीं है।
विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए लोकसभा में विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने कहा कि यह गहना गलत होगा कि विमान आधे घंटे से ज्यादा हवा में रहा। डीजीसीए को इस बात की जांच के आदेश दे दिए गए हैं कि कैसे तीन विमानों में ईंधन की कमी पाई गई।
यह है मामला
बुधवार को खबर आई थी कि पटना से कोलकाता आ रहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विमान को बुधवार शाम आधे घंटे तक आकाश में चक्कर लगाना पड़ा। इस वजह से विमान का ईंधन खत्म होने के कगार पर पहुंच गया। समय पर विमान की सुरक्षित लैडिंग होने से एक बड़ी विमान दुर्घटना टल गई।