नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नोटबंदी के फैसले को निर्णायक अंजाम तक पहुंचाने के लिए कुछ और मास्टर स्ट्रोक खेल सकते हैं। पीएम मोदी चाहते हैं कि आम लोगों तक इस योजना का लाभ सीधे पहुंचे। इसी कोशिश में मोदी सरकार निर्धन और मध्यम वर्ग के लिए बड़ी योजनाओं की घोषणा कर उसे नोटबंदी स्कीम से मिले लाभ पर प्रीमियम देने का संदेश देने का प्रयास कर रही है। ऐसे संकेत हैं कि सरकार अगले बजट में दो बड़ी योजनाएं ला सकती है, जिसमें एक मध्यम वर्ग और दूसरी निर्धनों के लिए होगी।
‘मन की बात’ में मिल सकते हैं संकेत
इन दोनों योजनाओं के लिए विशेष टीम रणनीति तैयार करने में जुट गई है। सूत्रों के अनुसार इस हफ्ते मोदी ‘मन की बात’ में भी इस बारे में संकेत दे सकते हैं। आम लोगों से भी सुझाव मांगे जा सकते हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार नोटबंदी के बाद सरकार के पास कम से कम तीन लाख करोड़ रुपए आने वाले हैं।
सरकार चाहती है कि इसमें से एक लाख करोड़ रुपए को तत्काल निर्धन और मध्यम वर्ग की आबादी पर खर्च किया जाए। इस दिशा में बनने वाली योजनाओं को 2019 के आम चुनाव से पहले लोगों तक पहुंचा दिया जाएगा।
फौरन मिलेगा लोगों को फायदा
सूत्रों के अनुसार पीएमओ की ओर से संकेत हैं कि जिनके लिए यह योजना लॉन्च होगी, उन्हें परिणाम पाने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़े। एक संकेत यह भी है कि मध्यम वर्ग को आयकर में बड़ा लाभ दिया जा सकता है। मोदी ने खुद वरिष्ठ अधिकारियों से इस दिशा में ‘ब्रेन स्टॉर्मिंग सेशन’ आयोजित करने को कहा है।
चार लाख करोड़ रुपए का काला धन आएगा कब्जे में
इसके अलावा 50 दिनों के बाद नोटबंदी की सफलता के बारे में आम लोगों को पूरी जानकारी पहुंचाने के लिए भी बड़ा अभियान चलाया जाएगा। खुद मोदी ने पूरे देश में इस योजना की सफलता के लिए 50 दिनों तक सहयोग मांगा है। अनुमान है कि इस फैसले के बाद रिजर्व बैंक के पास लगभग 14 लाख करोड़ रुपए वापस आने हैं।
इनमें से जितने रुपए नहीं लौटेंगे, उसे सरकार ब्लैकमनी के रूप में पेश करेगी और उस आंकड़े को लोगों तक लेकर जाएगी। सरकार का अनुमान है कि यह आंकड़ा तीन लाख करोड़ से चार लाख करोड़ रुपए के बीच होना चाहिए।