नई दिल्ली। नोटबंदी के फैसले के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को विधानसभा का आपातकालीन सत्र बुलाया। इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि नोट बैन से देश इमरजेंसी के हालात पैदा हो गए हैं।
केजरीवाल ने सदन में नोट बंदी के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया और साथ ही इस फैसले की सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच करवाने की मांग की। केजरीवाल ने कहा कि नोट बंद करने की घोषणा से आम लोगों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है।
इस दौरान केजरीवाल ने पीएम मोदी पर गंभीर आरोप लगाए है। केजरीवाल ने दस्तावेज पेश करते हुए दावा किया कि ये कागजात आयकर विभाग के हैं। इनसे संकेत मिलते हैं कि बिड़ला ग्रुप ने अपने प्रोजेक्ट पास कराने के लिए मोदी को 25 करोड़ रुपए दिए थे। तब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
वहीं केजरीवाल के भाषण के दौरान बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता लगातार हंगामा करते रहे। विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश के बावजूद उन्होंने केजरीवाल के भाषण का विरोध जारी रखा। इस पर अध्यक्ष ने मार्शलों से गुप्ता को सदन से बाहर करने का आदेश दिया। जिस पर मार्शलों ने उन्हें बाहर कर दिया।
उन्होंने आगे कहा कि विजय माल्या को बीजेपी ने ही 8000 करोड़ लेकर विदेश भगा दिया है। उन्होंने सदन में ये भी पूछा कि अपनी बेटी की शादी में करोड़ों रुपया खर्च करने वाले जनार्दन रेड्डी के घर सीबीआई क्यों नहीं जाती।
सरकार के इस फैसले से कई शादियां टूट गई हैं। नोट ना मिलने से लोग खुदकुशी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की गरीबों से दुश्मनी है अमीर लोग उनके दोस्त हैं।
राजनीति के लिए मां को लाइन में लगा दिया
इससे पहले, केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'मां को लाइन में लगाना ठीक नहीं है। राजनीति के लिए मोदी जी ने अपनी मां को भी लाइन में खड़ा कर दिया। अगर मोदी की जगह मैं होता तो खुद लाइन में लगता।