पटना। सरकार के 500 रूपए और 1000 रूपए के नोट को प्रतिबंधित करने के बाद नकद की कमी से जूझ रहे लोगों को राहत देने के लिए बैंकों का संडे (रविवार) को भी शाखाएं खुले रखने का फंडा काम नहीं आया। नोट की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पाने के कारण जहां बिहार की बैंक शाखाएं कतारों में खड़ी अप्रत्याशित भीड़ से जद्दोजहद करती दिखी वहीं कई ग्राहकों को काफी मशक्कत करने के बाद भी मायूस लौटना पड़ा। सरकार और रिजर्व बैंक के राज्य भर की बैंक शाखाओं में नोटों की पर्याप्त आपूर्ति करने के तमाम दावे बेमानी साबित हो गए।