गोवा। जापान से स्वदेश लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गोवा पहुंचे और एक रैली को संबोधित किया। रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कालेधन और भ्रष्टाचार पर सरकार का सख्त रुख फिर दोहराया। इस दौरान मोदी एक बार भावुक भी हो गए। उन्होंने कहा कि जनता ने ही मुझे कालेधन पर कार्रवाई करने को कहा था और मैं वही कर रहा हूं।
भ्रष्टाचार के खिलाफ एक अहम कदम उठाया है। मैं कालेधन के खिलाफ लड़ रहा हूं। कालेधन के खिलाफ लड़ने के लिए आपने मुझे कहा था या नहीं कहा था। जब आपने कहा था तो मैं क्यों नहीं करता। और जब आपने कहा था तो आपको पता था कि ये काम इतना आसान नहीं होगा।
पूत के लक्षण पालने में दिख जाते हैं, जब मेरी पहली कैबिनेट ने पहली बार में ही कालेधन पर कड़ा फैसला लिया तो मैंने कुछ छिपाया था क्या? देश मुझे सुन रहा है। ये सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ बनी है। भ्रष्टाचार खत्म करने की जिम्मेदारी है।
मोदी ने कहा - 8 तारीख, रात 8 बजे देश के करोड़ों लोग चैन की नींद सो गए और देश के लाखों लोग नींद की गोलियां खरीदने जा रहे हैं, लेकिन मिल नहीं रही थी। मैंने 8 तारीख को काले धन के खिलाफ लड़ाई में एक अहम कदम उठाया है। लेकिन कुछ लोग हैं जो अपने ही ख्यालों में खोए रहते हैं।
2014 में वोट भ्रष्टाचार के खिलाफ दिया था की नहीं दिया था? काले धन के खिलाफ काम करने के लिए कहा था कि नहीं कहा था? मुझे यह काम करना चाहिए था कि नहीं करना था? आपको पता था कि ऐसे काम करने में थोड़ी तकलीफ तो होगी ही।
हमने एक एसआईटी का गठन किया है, जो हर 6 महीने में अपनी रिपोर्ट देती है। पहले की सरकारें ये काम टालती रहती थी। पुत्र के पांव पालने में पता चल जाते हैं। मैंने अपनी पहली कैबिनेट में एसआईटी का गठन किया था, तो इसका मतलब मैंने कुछ छुपाया नहीं था। मैंने देश को कभी अंधेरे में नहीं रखा है, खुलकर बात कही है।
दुनिया के कई देशों के साथ मैंने काम, हमारे देश का पैसा किसी भी देश के बैंक में जाए तो हमें पता चलेगा। कई देशों के साथ इस दिशा में काम चल भी रहा है। हमने कानून बनाया कि जो भी बेनामी संपत्ति होगी हम कानूनन उस पर हमला बोलेंगे। मेरी सरकार देश के गरीबों की सेवा करना अपना कर्तव्य मानती है और मैं ये करूंगा।
मैं किसी बड़े ऑफिस में कुर्सी पर बैठने के लिए पैदा नहीं हुआ। मेरे पास जो भी था, मेरा परिवार, मेरा घर, मैंने देश के लिए छोड़ दिया। इन्हीं शब्दों पर मोदी कुछ सेकेंड के लिए भावुक हो गए। उन्होंने खुद को संभाला और भाषण शुरू किया। हमने एक बहुत बड़ा ऑपरेशन किया है।
देश का सितारा चमकाने के लिए फैसला लिया है। इस योजना का सफल होना तय है। जनता योजना को सफल बनाने में जुटी है। मैंने सिर्फ 50 दिन मांगे हैं। गलती होने पर सजा भुगतने को तैयार हूं। जिन्हें राजनीति करनी है वो करें, जिनका लुट चुका है वो रोएं। मैं लोगों का दर्द समझता हूं। ये दर्द 50 दिन के लिए है। जब सफाई हो जाती है तो छोटा मोटा मच्छर भी नहीं आता है।
आज तो करोड़ों रखने वालों को भी 4000 रुपए के लिए लाइन में लगना पड़ रहा है। (बता दें कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दो दिन पहले लाइन में लगकर बैंक से 4000 रुपए लिए थे।) सरकारें आती है जाती रहती हैं। देश का भविष्य उज्जवल है। देश के लिए सब करना पड़ता है।
ब्लैक मनी से निपटने के लिए मुझे एक लाख लोगों को भी जॉब देना पड़ा तो मैं ये करूंगा। ये पहला कदम नहीं है। मेरे दिमाग में भ्रष्टाचार को बंद करने के लिए और भी प्लान है। ये मैं देश के गरीबों के लिए कर रहा हूं। मैं जानता हूं कि मैंने कैसे कैसे लोगों से लड़ाई मोल ली है। वो मुझे बर्बाद करके रहेंगे, मुझे जिंदा नहीं छोड़ेंगे, उन्हें जो करना है करें। 50 दिन तक मेरी मदद कीजिए।