नई दिल्ली। स्कॉर्पिन पनडुब्बी सौदा मामले को लेकर अमेरिकी व्हिसल ब्लोअर और वकील सी. एडमंड्स एलन ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कार्रवाई की मांग की है।
पत्र में आर्म्स डीलर अभिषेक वर्मा पर हथियार खरीद में भाजपा सांसद वरुण गांधी को ब्लैकमेल (हनीट्रेप ) करने का आरोप लगा है। पत्र में पीएमओ को कुछ तस्वीरें भेजी गई हैं, जिसमें वरुण गांधी विदेशी एस्कार्ट्स महिलाओं के साथ दिख रहे हैं।
पत्र के मुताबिक वरुण से अभिषेक कुछ जरूरी जानकारी लीक करवाना चाहते थे, गांधी उस दौरान संसदीय रक्षा समिति के सदस्य थे। पीएम को लिखे खत में इस बात का उल्लेख किया गया है कि गांधी ने विदेशी एस्कॉर्ट महिलाओं के साथ खिंचीं उनकी तस्वीरों के जरिए ब्लैकमेल किए जाने पर हथियार निर्माताओं को रक्षा मामलों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।
उधर उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने इन आरोपों को खारिज किया और कहा कि मुझे जान-बूझकर फंसाया जा रहा है, ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में मुझे कोई प्रभावी भूमिका से रोका जा सके। दूसरी ओर सीनियर वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि पीएमओ को इस लीक के बारे में जानकारी थी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। प्रशांत भूषण के आरोपों पर वरुण ने कहा, उन्होंने कोई संवेदनशील जानकारी लीक नहीं की। मुझे बदनाम करने की ओछी हरकत की गई है। मैं प्रशांत भूषण के खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस दायर करूंगा।
गांधी ने कहा, मैं वर्मा को जानता हूं, उनके पैरेंट्स कांग्रेस से राज्यसभा सांसद थे। मैं अभिषेक की शादी में भी शामिल हुआ था, लेकिन जब से मैं सार्वजनिक जीवन में आया हूं, अभिषेक के साथ मेरी कोई बातचीत नहीं हुई है। वरुण ने कहा कि वे पिछले 15 साल से अभिषेक वर्मा से नहीं मिले और उस संसदीय समिति की बैठक में भी शामिल नहीं हुए, जिसका एलन ने जिक्र किया है। वहीं अभिषेक वर्मा ने कहा, वह शिकायत में लगाए गए ऐसे घिनौने आरोपों को नकारते हैं। गांधी की न तो कभी तस्वीरें ली गई और न ही उन्हें कभी ब्लैकमेल किया गया।
राफेल विमान सौदा रोके जाने की मांग
प्रशांत भूषण एवं स्वराज अभियान के योगेंद्र यादव ने राफेल लड़ाकू विमान के सौदे पर तुरंत रोक की मांग की है। दोनों ने गुरुवार को कहा कि राफेल सौदे में फ्रांसीसी कंपनी थेलिस भी शामिल है, जो स्कॉर्पिन पनडुब्बी में दलाली देने की आरोपी थी। भूषण के अनुसार, नौसेना वार रूम लीक मामले के आरोपी अभिषेक वर्मा के पूर्व सहयोगी एलन ने हाल में प्रधानमंत्री को दो पत्र लिखे हैं। एक 25 अगस्त तथा दूसरा 16 सितंबर को लिखा गया है। उन्होंने लिखा है कि कैसे उच्च सैन्य अधिकारियों द्वारा सेना के दस्तावेज लीक कराए जा रहे हैं। इसमें विदेशी वेश्याओं की भी मदद ली गई। यहां तक कि रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक का विवरण तक लीक कराया गया। उन्होंने हैरत जताई कि पीएमओ इस पत्र पर कार्रवाई नहीं कर रहा है। भूषण ने कहा कि एलन ने अपने पत्र में भाजपा सांसद का उल्लेख किया। आरोपों के मुताबिक, सांसद के कथित तौर पर कुछ आपत्तिजनक फोटो भी भेजे गए हैं। पत्र में कहा गया है कि उक्त सांसद तब रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति के सदस्य थे।
राफेल सौदे की महंगी खरीद
भूषण ने यह भी आरोप लगाया कि पहले 90 हजार करोड़ रुपए में 126 राफेल खरीदे जाने थे। लेकिन सरकार ने 59 हजार करोड़ में 36 राफेल खरीदे। यह सौदा महंगा है, जिसमें पारदर्शिता की कमी है। सरकार पहले पूरे मामले की जांच करे और तब तक सौदे को रोक दिया जाए।