बेंगलुरू। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से स्क्रैमजेट रॉकेट इंजन का सफल परीक्षण कर अपनी कामयाबी के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया। यह इंजन वायुमंडल में मौजूद आॅक्सीजन का प्रयोग करने में सक्षम होगा, जिससे प्रक्षेपण की लागत में कमी आएगी।
अंतरिक्ष एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि स्क्रैमजेट रॉकेट इंजन ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सुबह करीब छह बजे परीक्षण के लिए उड़ान भरी जो सफल रही। आम तौर पर दहन के लिए रॉकेट इंजन ईंधन और आॅक्सीकारक साथ ले जाते हैं लेकिन हाल में विकसित ये इंजन वायुमंडल से आॅक्सीजन लेने में सक्षम हैं
और इससे लागत में कमी आएगी। इसरो ने कहा कि इससे उड़ान के समय प्रक्षेपण यान के वजन में भी कमी आती है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सफल परीक्षण के लिए इसरो को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘भविष्य के स्क्रैमजेट रॉकेट इंजन के परीक्षण के लिए इसरो को हार्दिक बधाई। भारत को आप पर गर्व है।