मुम्बई। किसानों की खुदकुशी पर लगाम लगाने के लिए मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने एक परियोजना की शुरूआत की, जिसमें बुरी तरह प्रभावित यवतमाल और उस्मानाबाद जिलों में ऐसे किसानों पर खास ध्यान दिया जाएगा जो मुश्किल हालात में आत्महत्या जैसा कदम उठा सकते हैं। किसानों की दुर्दशा कम करने के लिए इसमें दस विभाग हस्तक्षेप कर सकेंगे।
फडणवीस ने कहा कि ‘‘संवेदनशीलता का पता’’ लगाने से सरकार चिह्नित हस्तक्षेप कर सकेगी और दस विभागों की योजनाओं को एक विस्तृत कार्यक्रम के दायरे में लाएगी ताकि किसानों की समस्याएं कम की जा सकें।
उन्होंने कहा कि फसल क्षति से प्रभावित किसानों को सहायता मुहैया कराने के लिए भाजपा-शिवसेना की सरकार ने हर तरह से राहत मुहैया कराई है।
मुख्यमंत्री ने हालांकि स्वीकार किया कि पिछले कुछ महीने में किसानों की आत्महत्या के मामलों में वृद्धि हुई है क्योंकि बेमौसम बारिश और ओलों ने रबी की फसल को बर्बाद कर दिया।